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नामांकन बढ़ाने के लिए जद्दोजहद, अब सरकारी स्कूल के टीचर्स ने ही बनाया प्रमोशनल वीडियो... प्राइवेट स्कूलों से कंपेयर - Government School Promotion

कोटा जिले के इटावा ब्लॉक के अयाना स्थित महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल में टीचर्स ने एक प्रमोशनल वीडियो बनाया है, जिसमें सरकारी स्कूल की खासियत बताई गई है.

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 7, 2024, 12:55 PM IST

GOVERNMENT SCHOOL PROMOTION
नामांकन बढ़ाने के लिए जद्दोजहद (फोटो माध्यम : प्रमोशनल वीडियो)

नामांकन बढ़ाने के लिए जद्दोजहद (शिक्षकों द्वारा बनाया हुआ वीडियो)

कोटा. सरकारी स्कूलों में नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है और सरकार हर साल की तरह इस बार भी नामांकन बढ़ाने पर जोर दे रही है. ऐसे में कोटा जिले के इटावा ब्लॉक के अयाना स्थित महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल में टीचर्स ने एक प्रमोशनल वीडियो बनाया है, जिसमें सरकारी स्कूल की खासियत बताई गई है. इस वीडियो में सरकारी स्कूलों की निजी स्कूलों के साथ तुलना की गई है. 6 मई को शूट किया गया यह 2 मिनट का वीडियो खूब चर्चा बटोर रहा है.

इस बीच लोग सरकारी स्कूल के अध्यापकों के इस कदम की सराहना भी कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि जिस तरह से निजी स्कूल प्रमोशन में लाखों पैसे खर्च करते हैं, वैसे ही सरकार को भी अपनी स्कूलों के लिए प्रमोशन करना चाहिए. लेकिन सरकारी स्कूल के टीचर्स ने खुद ही यह जिम्मा उठाया है. इस वीडियो में स्कूल के टीचर ही अपने हाथ में चार्ट लेकर स्कूल की उपलब्धियां बता रहे हैं, जिसमें एक महिला अपने बेटी को लेकर एडमिशन के लिए आती है, उसे यह पूरी उपलब्धियां बताई जाती है. साथ ही प्राइवेट स्कूल में क्या-क्या होता है, यह भी उसे चार्ट के जरिए ही बताया जा रहा है.

अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई भी अब सरकारी स्कूल में : महात्मा गांधी गवर्नमेंट स्कूल अयाना के प्रिंसिपल जगदीश मीणा ने बताया कि उनके स्कूल के टीचर्स ने यह वीडियो शूट किया था, ताकि वह अपने स्कूल में आने वाले पेरेंट्स और बच्चों को प्रभावित कर सके. उनका कहना है कि सरकारी स्कूल में नि: शुल्क पढ़ाई होती है, विद्यार्थियों को कई तरह की सुविधा भी यहां पर मिलती है. टीचर्स भी अच्छे स्कूल में लगे हुए हैं. निजी स्कूलों की तर्ज पर ही अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई यहां पर हो रही है. इसीलिए सभी स्टाफ ने एक राय होकर यह वीडियो बनाया था, जिसे वह ग्रामीण एरिया के पेरेंट्स को लुभा सके और सरकारी स्कूल में उनका नामांकन करवा सकें.

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ये कमियां है निजी स्कूलों में : इस बीच इस प्रमोशन वीडियो में निजी स्कूलों की जमकर आलोचना भी की गई है. वीडियो में बताया गया है कि निजी स्कूलों में एनुअल फंक्शन से लेकर अन्य कई चीजों का खर्चा होता है. इसके अलावा एडमिशन फीस भी काफी होती है. जबकि उन्होंने सरकारी स्कूल की तारीफ करते हुए कहा कि यहां पर कोई फीस नहीं है, इसके अलावा फ्री लाइब्रेरी और गेम्स की सुविधा है. साथ ही फूड और बुक्स भी फ्री है. टीचर्स ने यह भी बताया कि एमडीएम का पोस्टिक पोषण, ट्रेंड स्टाफ व टीचर्स, खेल का बेहतर वातावरण व सरकारी योजनाओं का लाभ यहां मिलता है.

हालांकि एक तरफ जहां पर स्कूलों में मोबाइल बैन के आदेश जारी किए गए हैं, दूसरी तरफ यह वीडियो भी मोबाइल से शूट हुआ है. ऐसे में कई लोग सोशल मीडिया पर यह कह रहे हैं कि स्कूल में मोबाइल का उपयोग लाभदायक भी हो सकता है. बता दें कि महात्मा गांधी स्कूल अयाना में 156 विद्यार्थी पढ़ रहे हैं. 18 टीचर इस स्कूल में पदस्थापित हैं. यह स्कूल कक्षा 12वीं तक है और आर्ट्स सब्जेक्ट में यहां पर पढ़ाई होती है.

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