नाहन: हिमाचल प्रदेश में भी लोकसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज है. इसी बीच बीजेपी की चुनावी रैली में शामिल होना एक सरकारी कर्मचारी को महंगा पड़ गया. यह कर्मचारी एक अध्यापक है, जिसे चुनाव आयोग से शिकायत के बाद सस्पेंड कर दिया गया है. ये अध्यापक शिमला संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी एवं सांसद सुरेश कश्यप की रैली में शामिल होने गया था. अब निलंबित शिक्षक का हैडक्वार्टर शिलाई तय किया गया है.
आचार संहिता का उल्लंघन करने पर सस्पेंड
दरअसल हिमाचल में चुनाव के मद्देनजर आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू है. चुनाव प्रचार जोरों पर चल रहा है. इसी बीच चुनाव आयोग ने प्रशांत शर्मा नाम के शिक्षक को आचार संहिता का उल्लंघन करने के आरोप में सस्पेंड कर दिया है. सस्पेंशन के बाद उसका हैडक्वार्टर शिलाई तय किया गया है.
सी-विजिल एप पर शिकायत
जानकारी के अनुसार यह शिक्षक नाहन विधानसभा क्षेत्र के मलगांव स्कूल में बतौर शास्त्री सेवाएं दे रहा था. बीते सप्ताह भाजपा प्रत्याशी की रैली में यह शामिल हुआ. रैली में शामिल शिक्षक की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. इसके बाद किसी ने सी-विजिल एप पर चुनाव आयोग से इसकी शिकायत कर दी. शिक्षक को सस्पेंड करने से पहले उसे अपनी बात रखने का मौका भी दिया गया. जिसके लिए उसे नोटिस भी जारी किया गया, लेकिन वह इस मामले में संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया. इसके चलते उस पर निलंबन की गाज गिरी.
निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी सिरमौर सुमित खिमटा ने शिक्षक के निलंबन की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि भाजपा नेताओं के साथ सोशल मीडिया पर मलगांव स्कूल के शिक्षक की तस्वीरें सामने आई. इसके बाद चुनाव आयोग को शिकायत मिली. शिकायत पर कार्रवाई करते हुए आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन पर शिक्षक को निलंबित किया गया है.
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