फरीदाबाद:फरिदाबाद का अनंगपुर गांव राजनेताओं का गढ़ मना जाता है. इस गांव से कई मंत्री, विधायक और सांसद बने हैं. कईयों की हरियाणा पुलिस और दिल्ली पुलिस में नौकरी भी लगी है. इस गांव के एक 26 साल के युवा ने इतिहास रच दिया है. जी हां, हम बात कर रहे हैं गांव के नेताजी अतर सिंह के पोते अभिषेक भड़ाना की. अभिषेक भड़ाना अब जज बन गए हैं. हाल ही में आए ज्यूडिशल सर्विसेज (जज) के रिजल्ट में उनका भी नाम शामिल है. जल्द ही ट्रेनिंग के बाद अभिषेक जज की कुर्सी पर बैठेंगे.
राजनेताओं का गढ़ है अनंगपुर गांव:अनंगपुर गांव से सिविल सर्विसेज और ज्यूडिशल सर्विसेज में अब तक किसी युवा का चयन नहीं हुआ था. अभिषेक पहले युवा हैं, जिन्होंने जज बनकर इतिहास रच दिया है. इसी गांव से पूर्व सांसद अवतार सिंह भड़ाना और पूर्व मंत्री करतार सिंह भड़ाना आते हैं. बात अगर जनसंख्या की करें तो इस गांव में सबसे ज्यादा जनसंख्या गुर्जर जाति की है. इस गांव से या तो लोग राजनीति में लोग कदम रखते हैं या फिर बिजनेस का रूख करते हैं. हालांकि अभिषेक पहले युवा हैं, जो जज की कुर्सी पर बैठेंगे.
चाचा ने दिया आईडिया: ईटीवी भारत ने अभिषेक से बातचीत की. अभिषेक ने बताया कि अगर लक्ष्य के प्रति डेडीकेशन हो तो वह जरूर हासिल होता है. कोई भी रास्ता कठिन नहीं होता. अगर कोई पढ़ाई के प्रति समर्पित हो जाए तो जरूर वह अपना मुकाम हासिल कर सकता है. मैं सिर्फ पढ़ाई करता था. 6 से 7 घंटे सोना, खाना-पीना इसके अलावा पूरे दिन पढ़ाई करना, ये मेरी दिनचर्या हो गई थी. इसी का फल मुझे आज मिल गया है. मैंने शुरुआती पढ़ाई अपने गांव से ही की. इसके बाद मैंने लॉ कॉलेज में एडमिशन लिया और वकालत की तैयारी करने लगा. प्रैक्टिस के लिए मैं कोर्ट भी जाया करता था. हालांकि मेरे चाचा ने मुझे ज्यूडिशल सर्विसेज की तैयारी करने के लिए कहा. इसके बाद मैं तैयारी में जुट गया. पहले मैंने उत्तर प्रदेश ज्यूडिशल सर्विसेज का एग्जाम दिया था, हालांकि मेरा वहां सिलेक्शन नहीं हुआ. उसके बाद मैंने हरियाणा ज्यूडिशल सर्विसेज का एग्जाम दिया. इसमें मेरा सिलेक्शन हो गया. यह हरियाणा में मेरा पहला अटेम्प्ट है.
हरियाणा मंत्री ने दी बधाई:अभिषेक भड़ाना को जज बनने की बधाई देने हरियाणा सरकार में राज्य मंत्री राजेश नागर भी पहुंचे. उन्होंने अभिषेक को बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की. इस दौरान राज्य मंत्री राजेश नागर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार केंद्र में और प्रदेश में है. इसी वजह से यह संभव हो पाया है, क्योंकि यह सरकार काबिलियत और मेरिट पर नौकरियां देती है. अब युवा वर्ग पढ़ने भी लगे हैं. पहले ऐसा नहीं होता था. पहले की सरकारों में पैसे लेकर काम होते थे. सिफारिश पर नौकरियां मिलती थी, लेकिन अब युवा वर्ग समझदार हो गए हैं. बिना पर्ची, बिना खर्ची के सरकारी नौकरी मिल रही है. इसका उदाहरण अभिषेक है.