लखनऊ: लोकसभा चुनाव 2024 में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से पराजित होने वाले भाजपा नेता और पूर्व सांसद सुब्रत पाठक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बड़ा बयान दिया है. सुब्रत पाठक ने लिखा है कि भाजपा ने मुसलमान के लिए बहुत कुछ किया लेकिन वह बीजेपी को वोट नहीं देते हैं. मुसलमान भारत में शरिया लाना चाहते हैं और गजवा ए हिंद की उनकी इच्छा है. इसलिए वे भाजपा को वोट देने के लिए तैयार नहीं है.
गौरतलब है कि सुब्रत पाठक ने 2019 के लोकसभा चुनाव में डिंपल यादव को कन्नौज से हराया था. लोकसभा चुनाव 2024 में उनके सामने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव थे. इस चुनाव में सुब्रत पाठक की एकतरफा हर हुई है. सुब्रत पाठक को कुल 4 लाख 71 हजार 730 से वोट मिले हैं. अखिलेश यादव से 170,922 वोटों से हारे हैं. इस हार का ठीकरा पूर्व नेता ने मुसलमान समाज पर फोड़ा है.
जाति के नाम पर ही अधिकतर लोग देते हैं वोट
सुब्रत पाठक ने X पोस्ट पर लिखा है कि 'उत्तर प्रदेश की राजनीति में प्रायः देखा है कि अधिकतम लोग अपनी अपनी जाति को वोट करते हैं. चाहे उनकी जाति का प्रत्याशी किसी भी दल से लड़ रहा हो. इसी प्रकार से भाजपा के विचार से जुड़ा हुआ कोई भी मतदाता कमल के निशान पर राष्ट्रवाद और हिंदुत्व के लिए ही वोट करता है, फिर चाहे सामने वाला प्रत्याशी भले ही अपनी जाति का ही क्यों न हो. सोचा है कभी कि यादव जाति के अधिकतम लोगों ने उत्तर प्रदेश में किसी आम यादव को टिकट न मिलने के बाद भी समाजवादी पार्टी को ही वोट क्यों किया ? इसलिए क्योंकि वो जानते हैं सरकार में आने के बाद पूर्व में रहीं सपा सरकारों के कारण से सरकारी नौकरी, ठेका जमीन आदि में इनके कब्जे होते थे. एक बार फिर इन्हें संरक्षण मिल जाएगा'.