प्रयागराज: इलाहाबाद सेंट्रल युनिवर्सिटी में पिछले दो हफ्ते से चल रहा छात्रों का धरना प्रदर्शन मंगलवार को उस वक्त समाप्त कर दिया गया, जब विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों की मांग मान ली. छात्रों की मांग के अनुसार, विश्वविद्यालय प्रशासन ने चीफ प्रॉक्टर डॉ. राकेश सिंह को प्रॉक्टर के पद से हटा दिया और उनकी जगह कार्यवाहक चीफ प्रॉक्टर की तैनाती कर दी. यही नहीं इसके साथ ही चीफ प्रॉक्टर पर लगाए गए छात्र अभिषेक सिंह के आरोपों की जांच के लिए कमेटी भी गठित कर दी गई है. जो एक महीने में जांच पूरी करके रिपोर्ट सौपेंगी. इसी के साथ कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव ने कई हॉस्टलों में नए वार्डन और अधीक्षक की तैनाती भी कर दी है. साथ ही प्रो केएन उत्तम को कार्यवाहक चीफ प्रॉक्टर बनाया गया है.
इलाहाबाद सेंट्रल युनिवर्सिटी के परास्नातक के छात्र अभिषेक गुप्ता ने आरोप लगाया था, कि चीफ प्रॉक्टर ने 29 जनवरी को प्रॉक्टर कार्यालय में बुलाकर उसके साथ मारपीट और बदसलूकी करने के साथ ही, भद्दी भद्दी गालियां दी थी और कपड़े उतरवाये थे. इसी के साथ प्रॉक्टर के साथ मौजूद उनकी प्रोक्टोरियल बोर्ड के दूसरे मेम्बर्स ने भी छात्र का उत्पीड़न किया था. इसके बाद छात्रों ने साथी को इंसाफ दिलाने के युनिवर्सिटी गेट पर अनवरत धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था. छात्रों के धरने का समर्थन करने के लिए राजनैतिक दलों के साथ ही पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर भी आये हुए थे. छात्र अपनी मांगों को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे थे.
बैकफुट पर आया विश्वविद्यालय प्रशासन:इलाहाबाद सेंट्रल युनिवर्सिटी में छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बाद विश्वविद्यालय प्रसाशन बैकफुट पर गया और चीफ प्रॉक्टर को उनके पद से हटा दिया. साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्र की शिकायत के आधार पर 29 जनवरी की शिकायत की जांच का भी आदेश कर दिया है.6 सदस्यीय जांच कमेटी पूरे मामले की जांच कर के एक महीने में रिपोर्ट देने को कहा गया है.जांच रिपोर्ट के आने के बाद आगे की कार्यवाई की जाएगी. प्रो. शिव मोहन प्रसाद की अध्यक्षता में जो कमेटी गठित की गयी है उसमें प्रो आई एस रिज़वी, प्रो आदेश कुमार,प्रो चंदा देवी, प्रो प्रियंवदा सिंह सदस्य हैं और असिस्टेंट रजिस्ट्रार सुनील यादव को कन्वेनर बनाया गया है.वहीं, प्रो के एन उत्तम को कार्यवाहक चीफ प्रॉक्टर बनाया गया है.
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