देवघर:जिला के कुमैठा में बना फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट छात्रों के लिए वरदान साबित हो रहा है. दरअसल, यह इंस्टीट्यूट केंद्र सरकार और राज्य सरकार के सहयोग से संचालित है. इंस्टीट्यूट में छात्रों को होटल मैनेजमेंट में डिप्लोमा का कोर्स कराया जाता है. इसमें छात्र भोजन बनाने के विभिन्न तरीकों की पढ़ाई कर उसकी जानकारी प्राप्त करते हैं और भोजन बनाने के हुनर के आधार पर देश और विदेशों के बड़े-बड़े होटलों में नौकरी पा सकते हैं.
देवघर के फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट के प्रिंसिपल निपेंद्र सिंह लिंगवाल बताते हैं कि भारत सरकार की मिनिस्ट्री ऑफ टूरिज्म के अंतर्गत आने वाली यह संस्था निश्चित रूप से देवघर और आसपास के क्षेत्र में रहने वाले छात्रों के लिए वरदान साबित हो रहा है. 2024 में ही इस इंस्टीट्यूट की शुरुआत देवघर में हुई है. इसमें अभी और भी कई तरह के विकास कार्य किए जाएंगे.
वर्तमान में करीब 22 छात्र देवघर के फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट देवघर में पढ़ाई कर रहे हैं. इंस्टीट्यूट में पढ़ने वाले छात्रों को राज्य सरकार के तरफ से कई छूट भी दी जाती है, ताकि झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे गरीब बच्चे भी यहां पर पढ़ाई कर सकें.
प्रिंसिपल निपेंद्र सिंह ने बताया कि राज्य सरकार की डीएमएफटी स्कीम के तहत फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट में इस वर्ष 20 छात्रों के लिए देवघर के डीसी की तरफ से करीब 11 लाख रुपये का चेक प्रदान किया गया है.बता दें कि फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट और जिला प्रशासन के बीच एक एमओयू साइन हुआ है. जिसके तहत प्रतिवर्ष 20 छात्रों को फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट में निशुल्क शिक्षा प्रदान की जाएगी.
वहीं देवघर के फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट में कोर्स कर रहे छात्रों ने कहा कि इस इंस्टीट्यूट के बनने से होटल मैनेजमेंट करने के लिए अब देवघर के गरीब छात्रों को बड़े शहरों का रूख नहीं करना पड़ेगा. स्थानीय स्तर पर ही छात्र कोर्स कर सकेंगे.
बता दें कि कई बार होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई की चाह रखने वाले देवघर के छात्रों को स्थानीय स्तर पर सुविधा नहीं मिलने से यह कोर्स नहीं कर पाते थे, लेकिन जब से देवघर के कुमैठा में यह इंस्टीट्यूट बना है तब से यहां के छात्रों को होटल मैनेजमेंट में बेहतर भविष्य बनाने का सुनहरा मौका मिला है. गरीब परिवार के बच्चे भी कम फी में होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई कर बड़े-बड़े होटलों में नौकरी पा सकते हैं.