पटना : नीट पेपर लीक मामले में हुई सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने परीक्षा को रद्द कर दोबारा परीक्षा कराने से इनकार कर दिया है. कोर्ट ने कहा कि पूरे देश में पेपर लीक होने के पर्याप्त सबूत नहीं है, ऐसे में एग्जाम रद्द करने की मांग सही नहीं है. ऐसे में अब नीट की परीक्षा यूजी 2024 के लिए दोबारा आयोजित नहीं होगी.
सुप्रीम कोर्ट का नीट पर बड़ा फैसला : ऐसे में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दोबारा परीक्षा लिए जाने से इनकार करने से शिक्षकों और अभ्यर्थियों में थोड़ी मायूसी देखने को मिल रही है. नीट परीक्षा की तैयारी करने वाले शिक्षक आशुतोष झा ने बताया कि सर्वोच्च अदालत का जो भी फैसला है वह मानना ही होगा. लेकिन अदालत दोषी NTA अधिकारियों पर कार्रवाई भी करे.
''सर्वोच्च अदालत से यही गुहार लगाएंगे की पेपर लीक को वह भी मान रहे हैं तो जो भी इसमें दोषी अधिकारी हैं उन पर कठोर कार्रवाई हो. इस मामले में एनटीए के अधिकारियों की जांच हो कि उनकी क्या भूमिका है और उन पर कार्रवाई हो? इसके अलावा कोर्ट यह भी सुनिश्चित करवाएं की एनटीए का सिस्टम इस प्रकार मजबूत बने की दोबारा मेडिकल की परीक्षाओं या अन्य परीक्षाओं में पेपर लीक न हो पाए.''- आशुतोष झा, शिक्षक
'सिस्टम मजबूत बने' : नीट परीक्षा में 650 अंक लाने वाले प्रवीण कुमार ने बताया कि ''जो भी फैसला कोर्ट का आया है अच्छा है. इतने अच्छे अंक लाने के बावजूद रैंक काफी पीछे चला गया है लेकिन स्टेट लेवल पर सरकारी कॉलेज उन्हें मिल जाएगा. पटना में पेपर लीक की बात सर्वोच्च न्यायालय ने भी माना है. ऐसे में वह यही गुहार लगाएंगे की कोर्ट इस मामले की गंभीरता से जांच कारण और पेपर लीक के जो भी दोषी हैं उन पर कठोर कार्रवाई हो. यदि पेपर लीक नहीं हुआ रहता तो इस प्रकार हाई कट ऑफ नहीं जाता.''