जयपुर.राजस्थान में पेपर लीक पर सख्ती से लगाम लगाने और पेपर लीक के आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने के सरकार के निर्देश के बाद एसओजी एक्टिव मोड में काम कर रही है. पिछले दिनों पेपर लीक के कई पुराने मामलों में आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार को एसओजी ने प्रदेश के कई जिलों में पेपर लीक के आरोपियों की तलाश में छापेमारी की.
एसओजी की ओर से फिलहाल यह जानकारी नहीं दी गई है कि कितने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी गई और कितने आरोपियों पर शिकंजा कसा गया. हालांकि, एसओजी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पूर्वी राजस्थान के दौसा, करौली, गंगापुर, भरतपुर और अलवर जिले में कई ठिकानों पर एसओजी ने आज छापेमारी की है. इस दौरान पेपर लीक के 100 से अधिक आरोपियों की तलाश में छापेमारी की गई है.
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आरोपियों की मदद करने वालों पर भी नजर:बताया जा रहा है कि पेपर लीक के आरोपियों की मदद करने वाले लोगों पर भी एसओजी की कड़ी नजर है. इसके साथ ही पेपर लीक के आरोपियों की संपत्ति को लेकर भी एसओजी के अधिकारी छानबीन करने में जुटे हुए हैं. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि आगामी दिनों में पेपर लीक के आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही उनकी संपत्ति पर भी एक्शन हो सकता है.
भजनलाल सरकार ने बनाई है एसआईटी:पेपर लीक के मामलों की जांच करने और ऐसे मामलों के आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई के लिए भजनलाल सरकार ने सत्ता में आते ही एसआईटी का गठन किया था. इसका जिम्मा राजस्थान पुलिस के एडीजी वीके सिंह को दिया गया है. वे फिलहाल, एडीजी (एटीएस-एसओजी) के पद पर तैनात हैं. उन्हीं की मॉनिटरिंग में पेपर लीक के आरोपियों पर एक्शन लिया जा रहा है.