गढ़वा: जिले में पिछले एक माह से चल रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान को लेकर राजनीति खूब हो रही है. अधिकारी इसे लेकर कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हैं. वहीं भाजपा विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी अधिकारियों पर दुर्भावना से ग्रासित होकर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाने का आरोप लगा रहे हैं.
'दुर्भावना से ग्रसित हैं अधिकारी'
विधानसभा चुनाव सम्पन्न होने के बाद अब अधिकारी अपने-अपने कार्य में जुट गए हैं. इसी के निमित गढ़वा शहर के विभिन्न इलाकों में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जा रहा है. लेकिन सबसे बड़ा विवाद चिनियां मोड़ में अतिक्रमण के नाम पर घरों को तोड़ने पर हो रहा है. इसे लेकर भाजपा विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी मुखर हो गए हैं. उन्होंने साफ-साफ लहजे में आरोप लगाया कि अधिकारी चुनाव संपन्न होने के बाद दुर्भावाना से ग्रसित होकर हाईकोर्ट का हवाला देकर मकानों को तोड़ रहे हैं.
अतिक्रमण हटाओ अभियान को लेकर विधायक और प्रशासन का बयान (ईटीवी भारत) गढ़वा विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी ने कहा कि हमारे चुनाव जीतते ही अधिकारी किस रंग में रंग गए हैं, यह पता नहीं. उन्होंने आगे कहा कि हाईकोर्ट कभी नहीं कहा है कि आप अतिक्रमण के नाम पर किसी गरीब के घर को तोड़ दीजिए. विधायक ने कहा कि हम इस मुद्दे को विधानसभा में उठाएंगे और विधायकों की कमेटी गठित कर इसकी जांच करायेंगे.
'प्रशासन अतिक्रमण हटाने की बना रही है रणनीति'
वहीं अतिक्रमण को लेकर जिला प्रशासन भी अपने कदम पीछे खींचने को तैयार नहीं है. एसडीएम ने इसे लेकर एक बैठक बुलाई और अतिक्रमण अभियान हटाओ अभियान चलाने को लेकर एक कमेटी भी गठित कर दी है. अब दानरो नदी किनारे अतिक्रमण करने वालों पर बुलडोजर चलाने की बात कह रहे हैं. बात की जाय गढ़वा की तो यहां की लाइफ लाइन समझी जाने वाली नदियां अतिक्रमण की जद में हैं, जिसे लेकर अधिकारी भी इस अतिक्रमण को कैसे हटाया जाए, इसके लिए रणनीति तैयार करने में जुट गए हैं.
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