लखनऊ: स्वामी विवेकानंद की जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस के मौके पर रविवार को लोकभवन सभागार में हुए कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के युवाओं को संदेश दिया. उन्होंने कहा है कि प्रत्येक युवा को किसी न किसी खेल से जरूर जुड़ना चाहिए. खास तौर पर गांव में रहने वाले युवाओं के लिए यह बहुत जरूरी है. किसी न किसी खेल से जुड़कर वह गांव स्तर की लीग कराएं.
फिर इसे ब्लॉक स्तर तक ले जाएं. बाद में जनपद मंडल और यहां से प्रदेश स्तर तक की प्रतियोगिताओं का आयोजन हो. ऐसे अगर खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा, तो निश्चित तौर पर भारत को ओलंपिक में पदक जीतने से कोई नहीं रोक सकेगा. उन्होंने कहा कि भारत और उत्तर प्रदेश युवाओं की ताकत से ही तरक्की कर रहा है. लोक भवन में हुए कार्यक्रम में प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री गिरीश चंद्र यादव भी शामिल हुए. हाल ही में हुए युवा महोत्सव में अच्छा प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया. प्रांतीय रक्षक दल के आश्रितों को नियुक्ति पत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि आने वाला समय हमारा होगा. 2047 में ऐसा भारत बनाने के लिए हमारा क्या योगदान हो सकता है. यह हमको सोचना होगा. खासतौर पर युवाओं को. भारत दुनिया का सबसे युवा देश है. भारत की 56 फीसदी आबादी युवा है. यह कामकाजी वर्ग है. उत्तर प्रदेश इस मामले में भाग्यशाली है, क्योंकि उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा राज्य है. यह वर्ग किसी न किसी कामकाज से लगा हुआ है. किसी न किसी अभियान से जुड़ा है. प्रदेश के विकास में भागीदार बन रहा है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज यहां युवा उत्सव में अच्छा प्रदर्शन करने वाले युवाओं को सम्मानित किया गया. प्रांतीय रक्षक दल के आश्रितों को नियुक्ति पत्र दिए गए. ऐसी स्कीम पहले भी थी, मगर उनका लाभ नहीं मिलता था. ऐसी स्कीमों को कोई पूछता नहीं था. इसके ठीक विपरीत अब हालात बदल गए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल एवं युवा कल्याण विभाग ने ग्रामीण क्षेत्र में ग्रामीण स्टेडियम बनाए हैं. 80 हजार से अधिक महिला मंगल दल और युवा मंगल दल को स्पोर्ट्स किट उपलब्ध कराई. जिस देश का युवा नशे की चपेट में आए, उसका कोई भविष्य नहीं होता.
नशे से दूरी रखें. लोगों को जागरूक करें. नशा करने वाले गिरोह को भी समाप्त किया जाए. गांव के सभी युवा किसी न किसी तरह के खेल से जुड़ सकते हैं. आपके शरीर को फिट रखने के लिए यह जरूरी. महिलाओं और पुरुषों के बीच में रस्साकशी आयोजित की जाए. इसी तरह से गांव-गांव की टीम बने ब्लॉक स्तर पर टीम बने. जिला स्तर से फिर मंडल स्तर पर और फिर राज्य स्तर पर चैंपियनशिप आयोजित की जाए, फिर हमको कौन हरा पाएगा. फिर ओलंपिक में भारत का कौन हरा पाएगा. फिर भारत पदक जरूर लगा और इसकी शुरुआत गांव से होगी. स्टेडियम केवल औपचारिकता न रहे हैं, वहां खेलकूद की गतिविधियां लगातार होती रहें.
ये भी पढ़ें-महाकुंभ में 27 जनवरी को धर्म संसद; सनातन बोर्ड का तय होगा प्रारूप, देवकी नंदन ठाकुर ने PM-CM से मांगा मंजूरी का दान