नई दिल्ली:हर साल की तरह इस बार भी छठ पर्व को लेकर यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, जिस पर लगाम लगाने के लिए भारतीय रेलवे ने कई स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू किया है. इन स्पेशल ट्रेनों का उद्देश्य यात्रियों को तत्काल राहत प्रदान करना है, लेकिन प्रभारी समय के अनुसार यह सेवा भी अपने वादे पर खरा उतरने में असफल रही है.
हाल ही में, आनंद विहार टर्मिनल से छपरा के लिए चली एक स्पेशल ट्रेन (05110) का उदाहरण लें. यह ट्रेन 31 अक्टूबर को दोपहर 12:55 बजे रवाना हुई थी, लेकिन 1 नवंबर को सुबह 5 बजे तक बिहार के सिवान पहुंचने की बजाय लगभग 12 घंटे की देरी के बाद शाम 5:00 बजे वहां पहुंची. यात्रियों को इस देरी के चलते कई परेशानियों का सामना करना पड़ा, जिसके बारे में यात्री अमन कुमार ने बताया कि "खाना मंगवाने की कोई व्यवस्था नहीं थी और इस कारण हमें भूखे प्यासे ही सफर करना पड़ा."
स्पेशल ट्रेनों में पेंट्री कार की कमी:अधिकतर स्पेशल ट्रेनों में पेंट्री कार की सुविधा नहीं होती है, जिससे यात्रियों को खाने-पीने की वस्तुओं के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. रेल यात्री अमन कुमार ने बताया, "हमने परिवार के लिए खाने का ऑर्डर करने की कोशिश की, लेकिन खाना मंगाने की व्यवस्था नहीं थी." इसके अलावा, स्लीपर और जनरल क्लास में इतनी अधिक भीड़ हो रही है कि यात्रियों को ट्रेन से उतरकर कुछ खाने-पीने का सामान लाने में भी कठिनाई होती है. ऐसे में लोग मजबूर होकर भूखे प्यासे सफर करने को मजबूर हैं.