नई दिल्ली: नेशनल जूलॉजिकल पार्क (दिल्ली चिड़ियाघर) में इकलौते अफ्रीकी हाथी शंकर का तनाव कम हो गया है. हाल ही में उसके कान से खून का सैंपल लेकर जांच की गई थी. अब शंकर को स्वस्थ और व्यस्त रखने के लिए चिड़ियाघर में विशेष इंतजाम किए गए हैं. इसके साथ ही अफ्रीकी देशों से फीमेल हाथी लाने की बात भी चल रही है.
शंकर को व्यस्त रखने के लिए किया गया है ये प्रबंध:नेशनल जूलॉजिकल पार्क दिल्ली के डायरेक्टर डॉ. संजीत कुमार ने बताया कि हाथी हिट अवस्था (मस्ती) में हाइपर हो जाते हैं. शंकर हाथी अकेला है, ऐसे में वह खुद के साथ विजिटर या कीपर को भी नुकसान पहुंचा सकता है. ऐसे में उसे बांधकर रखा गया था. फिलहाल शंकर हाथी अब इस अवस्था से बाहर निकल चुका है, उसे जंजीर से मुक्त कर दिया गया है. पिछले 15 दिनों से उसके इंसेंटिव केयर का काम किया जा रहा है. शंकर को खेलने के लिए लकड़ी व लोहे के बने हुए कई उपकरण दिए गए हैं. शंकर हाथी उग्र होकर किसी पर्यटक को नुकसान न पहुंच सके, इसके लिए उसके बारे में सोलर फेंसिंग की गई है, इसमें हल्का करंट होता है.
अफ्रीकी हाथी शंकर के लिए दिल्ली चिड़ियाघर में किए गये विशेष इंतजाम (etv bharat) कान से रक्त निकालकर की गई जांच:दिल्ली जू डायरेक्टर डॉक्टर संजीत कुमार ने बताया कि शंकर हाथी के कान से खून निकाल कर जांच करने में सफल हुए हैं. इस जांच में उसका स्ट्रेस हार्मोन कितना है, उसके अन्य हार्मोन कितने हैं इन सब चीजों की गहन जांच की गई है. रिपोर्ट सामान्य आई है और अभी किसी भी तरीके की कोई परेशानी शंकर को नहीं है.
अफ्रीकी देशों से मादा हाथी लाने की चल रही बात:दिल्ली जू डायरेक्टर ने बताया कि शंकर के लिए फीमेल हाथी लाने के लिए अफ्रीकी देशों से बात चल रही है. बोत्सवाना व जिम्बाब्वे ने फीमेल हाथी देने का इंटरेस्ट दिखाया है. वहां से पूछे जाने पर शंकर की एज हाइट व अन्य विवरण भी भेजा गया है. उम्मीद है कि जल्द ही दोनों में से किसी न किसी देश से एक अफ्रीकी फीमेल हाथी मिल जाएगी. इसके बाद कुछ और हाथी को लाकर शंकर के साथ जोड़े में रखा जाएगा.
अफ्रीकी शंकर हाथी को व्यस्त व स्वस्थ रखने के लिए दिल्ली चिड़ियाघर में किये गए विशेष इंतजाम (etv bharat) फीमेल हाथी की मौत के बाद से अकेला है शंकर:1998 में जिम्बाब्वे से उपहार में 1 मेल और 1 फीमेल हाथी के बच्चे तत्कालीन राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा को मिले थे. उन्हीं के नाम पर मेल हाथी का नाम शंकर रखा गया. फीमेल हाथी की 2002 में मौत हो गई थी. तब से शंकर दिल्ली जू में अकेला है. अकेलेपन के चलते शंकर तनाव में भी रहता है. हीट अवस्था के दौरान वह उग्र हो जाता है. कई बार शंकर ने बाड़े की दीवार भी तोड़ दी, दो बार महावत पर भी हमला किया. ऐसे में उसके एक पैर को कई माह तक जंजीर से बांध कर रखना पड़ा था.
वाजा ने निरस्त कर दी है दिल्ली ज़ू की सदस्यता:शंकर हाथी को जंजीर से बांधकर रखने पर विश्व चिड़ियाघर और एक्वेरियम संघ (वाजा) ने दिल्ली जू की सदस्यता रद्द कर दी. लेकिन अब शंकर हाथी जंजीर से मुक्त है. बीते माह केंद्रीय राज्यमंत्री कीर्तवर्धन सिंह ने भी शंकर के बाड़े का निरीक्षण भी किया था. उन्होंने शंकर हाथी के लिए बढ़ाई जा रही सुविधाओं की जानकारी ली थी.
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