लातेहार: अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देशभर में उत्साह का माहौल है. समाज का कोई भी वर्ग इस पर्व के आनंद से वंचित न रहे, इसके लिए सामाजिक संगठन और विश्व हिंदू परिषद के लोग भी कड़ी मेहनत कर रहे हैं. इसी कड़ी में रविवार की शाम सामाजिक संगठन आलोक मोहन स्मृति सेवा संस्थान और विश्व हिंदू परिषद आदिम जनजाति बिरहोर टोला पहुंचे और मिठाई और दीये बांटे. इस दौरान आदिम जनजाति के लोग भी भक्ति में सराबोर दिखे.
दरअसल, 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम तय है. इस कार्यक्रम को लेकर पूरे देश में जश्न का माहौल है. लगभग सभी शहरों और गांवों में अपने-अपने तरीके से प्राण प्रतिष्ठा उत्सव की तैयारियां की गई हैं. हालांकि, समाज में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो चाहकर भी आर्थिक तंगी के कारण त्योहार का आनंद लेने से वंचित रह जाते हैं. लेकिन राम उत्सव के इस पावन अवसर के उत्साह से कोई वंचित न रह जाए, इसके लिए सामाजिक संगठनों के लोग आगे आए हैं. इसी कड़ी में आलोक मोहन स्मृति सेवा संस्थान लातेहार और विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त तत्वावधान में लातेहार के बिरहोर टोला पहुंचकर आदिम जनजातियों के बीच मिठाई और दीये का वितरण किया गया.
'राम उत्सव के आनंद से न रहे कोई वंचित': आलोक मोहन स्मृति सेवा संस्थान के निदेशक सह सामाजिक कार्यकर्ता रामनाथ अग्रवाल ने कहा कि समाज का कोई भी वर्ग भगवान राम के उत्सव से वंचित न रहे, इसी उद्देश्य से आदिम जनजातियों के गांवों में पहुंच कर मिठाई, दीया, तेल और अन्य आवश्यक वस्तुएं वितरित की जा रही हैं. उन्होंने कहा कि 22 जनवरी न सिर्फ पूरे भारत के लिए बल्कि दुनिया के लिए एक ऐतिहासिक दिन साबित हो रहा है. ऐसे ऐतिहासिक दिन पर कोई भी वर्ग जश्न की खुशी से वंचित नहीं रहना चाहिए.
विश्व हिंदू परिषद के जिला उपाध्यक्ष रवींद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि भगवान राम की जन्मस्थली पर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरे देश में हर्ष है. व्यवस्था के अभाव में आदिम जनजाति के लोग इस उत्साह से वंचित न रहें, इसी उद्देश्य से आज आदिम जनजाति के बीच आवश्यक सामग्रियों का वितरण किया जा रहा है.