मेरठःस्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2024 के 7वें संस्करण का बुधवार को शुभारंभ हो गया. शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने हाइब्रिड मोड के माध्यम से कार्यक्रम का उद्घाटन किया. देशभर में कुल 51 केंद्रों पर लगातार 36 घंटे तक देश के होनहार स्टूडेंट्स सरकार के द्वारा चिन्हित देश की अलग समस्याओं का हल खोज रहे हैं.
इस दौरान पीएम मोदी ने भी स्टूडेंट्स से वर्चुअल जुड़कर बातचीत की और स्टूडेंट्स को नवाचार के लिए बधाई भी दी. स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2024 के 7वें संस्करण में मेरठ के शोभित विश्वविद्यालय को भी नोडल बनाया गया है. जहां स्पीच लैंग्वेज थेरेपी का डिजिटलीकरण विषय पर रिसर्च हो रही है.
स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन (Video Credit; ETV Bharat) मेरठ में 12 राज्यों की 28 टीमें पहुंची हैं. ये टीमें सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की ओर से दी गई पांच प्रमुख समस्याओं का समाधान खोज रही हैं. जिसमें स्पीच थेरेपी प्रक्रिया को डिजिटल बनाना, जिसमें केस आवंटन, थेरेपी योजना, प्रगति रिपोर्ट और क्लिनिकल रेटिंग जैसी सेवाएं शामिल हैं.
शोभित विश्वविद्यालय के कुलाधिपति कुंवर शेखर विजेंद्र ने बताया कि आईआईटी बॉम्बे सहित केरल राज्य से भी टीम आई है. ये वो टीमें हैं, जिनका सलेक्शन अलग-अलग कॉलेजों से हुआ है. विजेताओं को एक एक लाख रुपये की राशि पुरस्कार के तौर पर दी जाएगी. इस कार्यक्रम का समापन कल रात्रि 8 बजे होगा.
जिसमें विजेताओं को सम्मानित भी किया जाएगा. अलग-अलग स्टेट और संस्थानों से पहुंचे स्टूडेंटस ने बताया कि जो सुन या बोल नहीं सकते, उनके लिए एआई बेस्ड पर डिवाइस विकसित कर रहे हैं. एक स्टूडेंट ने बताया कि भारत में 6 करोड़ से अधिक लोग बोलने और सुनने असक्षम है. इस पर काम कर रहे हैं.
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