जयपुर : सब इंस्पेक्टर भर्ती को रद्द करने की मांग को लेकर दो युवक रविवार से पानी की टंकी पर चढ़े हुए हैं. दोनों युवक मुख्यमंत्री से मिलने और परीक्षा रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं. पुलिस प्रशासन की ओर से दोनों युवकों से लगातार समझाइश की जा रही है. सुनवाई नहीं होने पर युवकों ने सोशल मीडिया को अपना माध्यम बनाया और भर्ती रद्द करने के लिए साथी युवाओं से जिला और उपखंड मुख्यालय पर पहुंचकर ज्ञापन देने की अपील की. वहीं, सोशल मीडिया एक्स पर भी एसआई भर्ती 2021 रद्द करो ट्रेंड कर रहा है.
"एसआई भर्ती पेपर लीक में आरपीएससी के अध्यक्ष डॉ भूपेंद्र सिंह, संजय क्षोत्रिय और सदस्य मंजू शर्मा की संलिप्तता उजागर हो चुकी है. इन्हें आखिर कब तक बचाओगे भजनलाल जी ?" कुछ इस तरह के प्रश्न करते हुए बीते 24 घंटे से पानी की टंकी पर चढ़े युवकों ने अब एसआई भर्ती में शामिल हुए अन्य युवाओं से अपील की है कि वो उपखंड और जिला स्तर पर सीएम और पीएम के नाम ज्ञापन देकर एसआई भर्ती को रद्द करने की मांग करें.
एसआई भर्ती परीक्षा रद्द कराने की मांग (ETV Bharat Jaipur) इसे भी पढ़ें-सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर पानी की टंकी पर चढ़े दो युवक, दी ये चेतावनी
पानी की टंकी पर चढ़े विकास बिधूड़ी ने कहा कि "वो टंकी पर अपनी जायज मांगों को लेकर के चढ़े हैं. कोई हिंसक तरीके से नहीं चढ़े, वो बेरोजगार हैं. उन्होंने कहा कि अब काबिलियत के दम पर नौकरी नहीं मिल रही. उन्होंने कहा कि ये देखकर खून खौलने लगा है, आंसू आते हैं और ये दर्द उनके मां-बाप जानते हैं, वो किसानी और मजदूरी करके पढ़ाते-लिखाते हैं और पता लगता है कि पेपर लीक हो गया और ये पेपर भी एक दिन या एक सप्ताह पहले नहीं, बल्कि 30 दिन पहले लीक हुआ."
बिधूड़ी ने आरोप लगाया कि 24 घंटे बीत जाने के बाद भी प्रशासन ने अब तक उन्हें मुख्यमंत्री से मिलाना उचित नहीं समझा. एक व्यक्ति की जगह पर दूसरा परीक्षा दे रहा है, 40 लाख रुपए में पेपर बिक रहे हैं, 30 दिन पहले पेपर आउट हो रहे हैं, एजेंसियां कह रही हैं कि पेपर लीक हुआ है, लेकिन फिर भी सरकार मौन है. उन्होंने कहा कि युवा बेरोजगार 2021 से ये दर्द झेल रहा है. इसके खिलाफ यदि आवाज उठाना गुनाह है, तो सारी सजा भुगतने को तैयार हैं. टंकी पर चढ़े युवकों ने ज्ञापन में कई बिंदुओं को शामिल किया है.
इसे भी पढ़ें-Rajasthan: चयनित एसआई के परिजनों का धरना, कहा-सीबीआई जांच करवाकर मिले दोषियों को सजा, भर्ती नहीं हो रद्द