शिवपुरी: मध्य प्रदेश के किसान अभी तक खाद की किल्लत से जूझ रहे है. समय पर और पर्याप्त मात्रा में खाद ना मिलने से किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जिसकी वजह से गेंहू की फसल की बुवाई तक लेट हो गई है. यही वजह है कि किसानों ने परेशान होकर शिवपुरी के कोलासर में सोमवार को जगतपुर तिराहे पर जाम लगा दिया. साथ ही किसानों ने तहसील पर संबंधित अधिकारी और कर्मचारी पर 500-500 रु में खाद के टोकन बेचने का आरोप भी लगाया है.
नाराज किसानों ने किया चक्काजाम
बता दें कि सोमवार को किसान रोजाना की तरह खाद के टोकन लेने के लिए कोलारस तहसील पर पहुंचे थे, लेकिन 11 बजे तक किसानों को टोकन वितरण करने के लिए कोई भी नहीं आया. इससे किसानों की नाराजगी बढ़ गई और किसान सड़क पर आ गए. किसानों ने 11 बजे से करीब 12 बजे तक यहां चक्का जाम किया. जब इस बात की जानकारी कोलारस तहसीलदार सचिन भार्गव और नायब तहसीदार शैलेंद्र भार्गव को लगी, तो वह दोनों जगतपुर पहुंचे. उन्होंने किसानों की परेशानी को समझा और उन्हें समझाबुझा कर जाम खुलवाया.
शिवपुरी में खाद की किल्लत (ETV Bharat) पूर्व में बांटे गए टोकनों पर भी नहीं खाद
किसानों ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें न तो टोकन दिए जा रहे हैं और न ही खाद. किसानों को जो 15 व 18 नवंबर को टोकन दिए गए थे. उन पर उनको खाद नहीं दी जा रही है. जबकि बड़े-बड़े लोगों को आसानी से खाद मुहैया कराया जा रहा है. किसानों के आरोपों पर तहसीलदार सचिन भार्गव ने उन्हें समझाइश देते हुए कहा कि उनके पास एनपीए उपलब्ध है. जिन लाेगों को यह खाद चाहिए वह उनके साथ चले और वह टोकन दिलाकर खाद उपलब्ध करवा देंगे. इसके बाद कुछ किसान तहसीलदार के साथ खाद लेने चले गए.
डीएपी और यूरिया आने पर दिया जाएगा
नायब तहसीलदारने किसानों को समझाते हुए बताया कि वर्तमान में उनके गोदामों में यूरिया और डीएपी का स्टॉक नहीं है. जैसे ही खाद का स्टॉक आएगा उन्हें खाद उपलब्ध करवाया जाएगा. नायब तहसीलदार ने कहा कि पहले उन लोगों को खाद दिया जाएगा. जिन्हें पहले टोकन वितरित किए गए हैं. वर्तमान में खाद की अनुपलब्धता के चलते आज टोकन नहीं दिए गए थे.
किसानों ने 500 रुपए में ब्लैक में टोकन बांटने का लगाया आरोप (ETV Bharat) गोदामों पर नहीं लेकिन बाजार में पर्याप्त खाद
किसानों का अधिकारियों से कहना था कि गोदामों पर खाद उपलब्ध नहीं है, जबकि बाजारों में पर्याप्त खाद उपलब्ध है. हालात यह हैं कि बाजार में 1300 रु की खाद की बोरी 1800 से 2000 हजार रुपये में किसानों को दी जा रही है. इस ओर अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं. इस पर नायब तहसीलदार ने कहा कि इस संंबंध में कृषि विभाग के अधिकारियाें से बात की जाएगी और उन्हें किसानों की समस्या से अवगत कराया जाएगा. मीटिंग में निर्णय लेकर मामले में उचित कार्रवाई भी की जाएगी.
500 रुपए में ब्लैक में बेचे टोकन
ग्राम खरैह किसान पवेंद्र लोधी ने बताया, "मैं सुबह 8 बजे से तहसील पर लाइन में लगा हुआ था. कोई भी टोकन देने नहीं आया. इसी बीच कुछ लोग लाइन में लगे किसानों को 500 रुपये में टोकन दे रहे थे. मैंने भी पांच सौ में टोकन खरीदा, मेरे साथ कई अन्य किसानों ने भी खरीदा है. वहीं ग्राम कुल्हाड़ी निवासी नीरज यादव ने कहा, " हमने दोपहर 12 बजे तक खाद वालों का इंतजार किया, लेकिन कोई नहीं आया. जबकि बाजार में खूब खाद मिल रही है. एक बोरी खाद 1800 से 2000 में धड़ाल्ले ले बिक रही है.