भोपाल: आयकर विभाग द्वारा त्रिशूल कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक राजेश शर्मा के खिलाफ कार्रवाई की गई थी. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने अब इस मामले में बीजेपी नेताओं पर बड़ा आरोप लगाया है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आरोप लगाया है कि "कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोजेक्ट विस्टा में मध्य प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा के बेटे हर्ष देवड़ा, पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह, पूर्व मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, सीहोर विधायक सुदेश राय के नाम भी जमीन है. कांग्रेस नेता भूमि से जुड़े दस्तावेज सोशल मीडिया साइट एक्स पर शेयर किए हैं."
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने लगाए आरोप
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने एक्स पर लिखा है कि "मध्यप्रदेश में अब भाजपाई भ्रष्टाचार का कद महानायक से भी ऊंचा हो गया है. जहां अमिताभ बच्चन जी को निर्माण की अनुमति नहीं मिली वहां करप्शन की शूटिंग हो गई. भोपाल के सेंट्रल पार्क में उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा के बेटों, पूर्व परिवहन मंत्री भूपेन्द्र सिंह और बीजेपी विधायक सुदेश राय, कई बड़े अफसरों की जमीन हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि मोहन सरकार आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी हुई है. यह तथ्य बार-बार स्थापित होता जा रहा है, इसलिए मैं बार-बार लगातार दोहरा भी रहा हूं कि यह पर्ची बहुत महंगी है."
मध्य प्रदेश में अब भाजपाई भ्रष्टाचार का कद महानायक से भी ऊंचा हो गया है! जहां खुद अमिताभ बच्चन जी को निर्माण की अनुमति नहीं मिली, वहां करप्शन की शूटिंग हो गई है!
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) January 5, 2025
भोपाल के सेंट्रल पार्क में उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा के बेटों, पूर्व परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह और @BJP4MP विधायक… pic.twitter.com/Jg5S6mlHom
सेंट्रल पार्क पर पहले भी उठ चुकी उंगलियां
कांग्रेस सेंट्रल पार्क को लेकर पहले भी गंभीर सवाल खड़े कर चुके हैं. उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने पिछले दिनों आरोप लगाया था कि "जिस जमीन पर सेंट्रल पार्क प्रोजेक्ट लाया गया था वह लो डेंसिटी एरिया में था, इसलिए 10 साल तक कई बार अनुमति निरस्त होती रही. 2021 में राजेश शर्मा ने इस प्रोजेक्ट में एग्रीमेंट किया और इसके बाद इस प्रोजेक्ट में अनुमतियां मिलने लगी। उन्होंने आरोप लगाया था कि इस प्रोजेक्ट में पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस और उनके रिश्तेदारों के नाम से भी भूमि क्रय की गई थीं."
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300 करोड़ की संपत्ति हो चुकी अटैच
आयकर विभाग ने 18 दिसंबर को त्रिशूल कंस्ट्रक्शन, ईशा और क्वालिटी बिल्डर्स के ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की थी. कार्रवाई के दौरान आयकर विभाग को राजेश शर्मा और दूसरे प्रॉपर्टी डीलर्स के पास कई संपत्तियों के दस्तावेज मिले थे. इसके अलावा 10 करोड़ की नगदी भी बरामद हुई थी. आयकर विभाग त्रिशूल कंस्ट्रकशन के मालिक और राजेश शर्मा की करीबन 300 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति अटैच कर चुकी है. उधर आयकर विभाग ने पत्र लिखकर पंजीयक विभाग को राजेश शर्मा की स्वामित्व वाली संपत्ति की रजिस्ट्री पर रोक लगाने के लिए कहा है.