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मध्य प्रदेश में भर्ती परीक्षाओं की बढ़ेगी फीस, परीक्षार्थियों की जेब पर कितना असर - MP RECRUITMENT EXAM FEES

मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल, भर्ती परीक्षाओं की फीस बढ़ाने की तैयारी कर रही है. इसके बाद परीक्षार्थियों की जेब पर कितना बोझ पड़ेगा. जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर.

MP RECRUITMENT EXAM FEES
मध्य प्रदेश में भर्ती परीक्षाओं की 20 फीसदी तक बढ़ सकता है शुल्क (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jan 5, 2025, 2:33 PM IST

Updated : Jan 5, 2025, 4:26 PM IST

भोपाल: सरकारी नौकरियों में भर्ती और परीक्षाओं में प्रवेश के लिए मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल फरवरी माह से परीक्षाएं शुरू कराने जा रहा है. नए साल में पहली परीक्षा 15 फरवरी को स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा से होगी. इस तरह पूरे साल के दौरान 15 भर्ती परीक्षा और 5 प्रवेश परीक्षाएं कराई जाएंगी. वहीं, कहा जा रहा है कि मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल परीक्षाओं की फीस बढ़ाने की तैयारी कर रहा है. बताया जा रहा है कि परीक्षा फीस में 20 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो सकती है.

50 रुपये तक बढ़ सकती है फीस

कर्मचारी चयन मंडल की फीस बढ़ाने के संबंध में इसी महीने बोर्ड की बैठक हो सकती है. इसमें परीक्षा फीस को 20 फीसदी तक बढ़ाए जाने का प्रस्ताव लाया जाएगा. यदि 20 फीसदी तक परीक्षा फीस बढ़ाई जाती है तो कर्मचारी चयन मंडल की परीक्षा फीस 50 रुपये तक बढ़ सकती हैं. कर्मचारी चयन मंडल में आरक्षित और सामान्य छात्रों के लिए अलग-अलग परीक्षा फीस ली जाती है. आरक्षित अभ्यर्थियों को 250 रुपये और सामान्य वर्ग के छात्रों को 500 रुपये फीस देनी होती है. यदि 20 फीसदी तक फीस बढ़ोत्तरी की जाती है तो सामान्य वर्ग के छात्रों को 600 रुपये और आरक्षित वर्ग के छात्रों को 300 रुपये परीक्षा फीस देनी होगी.

खर्च का हवाला देकर फीस बढ़ाने का प्रस्ताव

बताया जा रहा है कि परीक्षा में आने वाले महंगे खर्च को देखते हुए फीस बढ़ाई जा रही है. दरअसल मंडल ने इसके पीछे सन 2023 में फीस की व्यवस्था में किए गए बदलाव को बताया है. 2023 के पहले तक कर्मचारी चयन मंडल द्वारा हर परीक्षा की अलग-अलग फीस ली जाती थी. लेकिन 2023 के बाद परीक्षार्थियों से साल में सिर्फ एक बार ही परीक्षा शुल्क लिया जाने लगा.

2023 में बदल गई थी व्यवस्था

2023 में चुनाव के पहले कांग्रेस द्वारा बेरोजगारों को लेकर सवाल उठाए जाने के बाद तत्कालीन शिवराज सरकार ने अभ्यर्थियों से सिर्फ एक बार परीक्षा शुल्क लिए जाने का निर्णय किया था. सरकार ने 2012 में सभी तरह की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए शुल्क लेना शुरू किया था. मंडल ने 2015 से 2022 तक 7 सालों में हुई परीक्षाओं में 1 करोड़ 24 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने आवेदन किए और इसके 424.36 लाख से ज्यादा की राशि मंडल को प्राप्त हुई थी.

इस साल होंगी ये परीक्षाएं-

  • फरवरी- स्टॉफ नर्स भर्ती परीक्षा और महिला बाल विकास पर्यवेक्षक परीक्षा
  • मार्च- सहायक वर्ग 03 भर्ती और माध्यमिक शिक्षक चयन परीक्षा
  • अप्रैल- शिक्षक चयन परीक्षा कराई जाएगी.
  • मई- पीएमटी प्रवेश परीक्षा, एनिमल हस्बेंडरी और डेयरी डिप्लोमा प्रवेश परीक्षा
  • जून- महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता प्रवेश परीक्षा, प्री नर्सिंग और मिडवाइफरी टेस्ट, बीएससी नर्सिंग और एमएससी नर्सिंग परीक्षा
  • अगस्त- सहायक उप निरीक्षक एवं प्रधान आरक्षक परीक्षा
  • सितंबर- फारेस्ट गार्ड और जेल पुलिस परीक्षा
  • दिसंबर- आईटीआई प्रशिक्षण अधिकारी परीक्षा

भोपाल: सरकारी नौकरियों में भर्ती और परीक्षाओं में प्रवेश के लिए मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल फरवरी माह से परीक्षाएं शुरू कराने जा रहा है. नए साल में पहली परीक्षा 15 फरवरी को स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा से होगी. इस तरह पूरे साल के दौरान 15 भर्ती परीक्षा और 5 प्रवेश परीक्षाएं कराई जाएंगी. वहीं, कहा जा रहा है कि मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल परीक्षाओं की फीस बढ़ाने की तैयारी कर रहा है. बताया जा रहा है कि परीक्षा फीस में 20 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो सकती है.

50 रुपये तक बढ़ सकती है फीस

कर्मचारी चयन मंडल की फीस बढ़ाने के संबंध में इसी महीने बोर्ड की बैठक हो सकती है. इसमें परीक्षा फीस को 20 फीसदी तक बढ़ाए जाने का प्रस्ताव लाया जाएगा. यदि 20 फीसदी तक परीक्षा फीस बढ़ाई जाती है तो कर्मचारी चयन मंडल की परीक्षा फीस 50 रुपये तक बढ़ सकती हैं. कर्मचारी चयन मंडल में आरक्षित और सामान्य छात्रों के लिए अलग-अलग परीक्षा फीस ली जाती है. आरक्षित अभ्यर्थियों को 250 रुपये और सामान्य वर्ग के छात्रों को 500 रुपये फीस देनी होती है. यदि 20 फीसदी तक फीस बढ़ोत्तरी की जाती है तो सामान्य वर्ग के छात्रों को 600 रुपये और आरक्षित वर्ग के छात्रों को 300 रुपये परीक्षा फीस देनी होगी.

खर्च का हवाला देकर फीस बढ़ाने का प्रस्ताव

बताया जा रहा है कि परीक्षा में आने वाले महंगे खर्च को देखते हुए फीस बढ़ाई जा रही है. दरअसल मंडल ने इसके पीछे सन 2023 में फीस की व्यवस्था में किए गए बदलाव को बताया है. 2023 के पहले तक कर्मचारी चयन मंडल द्वारा हर परीक्षा की अलग-अलग फीस ली जाती थी. लेकिन 2023 के बाद परीक्षार्थियों से साल में सिर्फ एक बार ही परीक्षा शुल्क लिया जाने लगा.

2023 में बदल गई थी व्यवस्था

2023 में चुनाव के पहले कांग्रेस द्वारा बेरोजगारों को लेकर सवाल उठाए जाने के बाद तत्कालीन शिवराज सरकार ने अभ्यर्थियों से सिर्फ एक बार परीक्षा शुल्क लिए जाने का निर्णय किया था. सरकार ने 2012 में सभी तरह की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए शुल्क लेना शुरू किया था. मंडल ने 2015 से 2022 तक 7 सालों में हुई परीक्षाओं में 1 करोड़ 24 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने आवेदन किए और इसके 424.36 लाख से ज्यादा की राशि मंडल को प्राप्त हुई थी.

इस साल होंगी ये परीक्षाएं-

  • फरवरी- स्टॉफ नर्स भर्ती परीक्षा और महिला बाल विकास पर्यवेक्षक परीक्षा
  • मार्च- सहायक वर्ग 03 भर्ती और माध्यमिक शिक्षक चयन परीक्षा
  • अप्रैल- शिक्षक चयन परीक्षा कराई जाएगी.
  • मई- पीएमटी प्रवेश परीक्षा, एनिमल हस्बेंडरी और डेयरी डिप्लोमा प्रवेश परीक्षा
  • जून- महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता प्रवेश परीक्षा, प्री नर्सिंग और मिडवाइफरी टेस्ट, बीएससी नर्सिंग और एमएससी नर्सिंग परीक्षा
  • अगस्त- सहायक उप निरीक्षक एवं प्रधान आरक्षक परीक्षा
  • सितंबर- फारेस्ट गार्ड और जेल पुलिस परीक्षा
  • दिसंबर- आईटीआई प्रशिक्षण अधिकारी परीक्षा
Last Updated : Jan 5, 2025, 4:26 PM IST
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