सोशल मीडिया पर सीखा एटीएम व बैंक में चोरी करने का तरीका, आखिर पुलिस के जाल में कैसे फंसे बदमाश - यूट्यूब पर सीख चोरी करना
shivpuri atm theft arrest : शिवपुरी पुलिस ने खनियाधाना क्षेत्र के गुडर गांव के पंजाब नेशनल बैंक में चोरी का प्रयास करने के मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. आरोपियों ने यूट्यूब से एटीएम में चोरी करने के गुर सीखे.
सोशल मीडिया पर सीखा एटीएम व बैंक में चोरी करने का तरीका
सोशल मीडिया पर सीखा एटीएम व बैंक में चोरी करने का तरीका
शिवपुरी।पुलिस अधीक्षक रघुवंश सिंह भदौरिया ने चोरी के मामले का खुलासा प्रेसवार्ता किया. बता दें कि 16 जनवरी की रात खनियाधाना थाना क्षेत्र के गुडर गांव में पंजाब नेशनल के 7 से 8 तालों को तोड़कर बैंक के लॉकर को गैस कटर से काट दिया गया था. लेकिन चोर बैंक के लॉकर में रखे करीब 8 लाख रुपए ले जाने में नाकाम रहे थे. पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में दो आरोपी फरार हैं. खनियाधाना कस्बे का रहने वाला धीरज साहू इस मामले का मास्टरमाइंड है, जो एक कियोस्क संचालक भी है.
कर्जे में फंस गया मास्टरमाइंड
धीरज द्वारा मकान बनवाया गया था. साथ ही दुकान में सामान भरा था. इससे धीरज पर करीब 15 लाख रुपये का कर्जा हो चुका था. धीरज कियोस्क संचालक है उसे बैंक के बारे में भी जानकारी थी. इसी के चलते बैंक और एटीएम में लूट की वारदात को धीरज द्वारा प्लान किया गया. लूट के लिए धीरज ने एक कार भी फायनेंस करा ली थी. धीरज ने लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए गिरोह में सदस्यों को जोड़ना शुरू किया. उसने अपनी टीम में पीपलखेड़ा गांव के रहने वाले धर्मेंद्र विश्वकर्मा, धर्मेंद्र जाटव, ब्रजेश प्रजापति और मायापुर थाना क्षेत्र के दुर्गापुर गांव के रहने वाले अरविन्द पाल व पिछोर थाना क्षेत्र के नवल जाटव को शामिल कर लिया.
झांसी से खरीदा गैस कटर
गिरोह में धीरज के अलावा धर्मेद्र और ब्रजेश भी कर्जे में डूबे हुए थे. प्लानिंग के तहत वारदात को अंजाम देने के लिए गिरोह के सभी सदस्यों ने यूट्यूब पर गैस कटर और लूट के तरीकों के कई वीडियो देखे. बता दें कि इस गिरोह के किसी भी सदस्य को गैस कटर चलाना नहीं आता था. इसके लिए धीरज के पीपलखेड़ा गांव के रहने वाले सदस्यों ने अपने ही गांव के रहने वाले अनिल झा से संपर्क किया. अनिल झा इंदौर के पीथमपुर के इंडट्रियल क्षेत्र में गैस कटर का काम करता था. अनिल की रजामंदी के बाद पूरा गिरोह बन गया. इसके बाद टीम झांसी से गैस कटर और वारदात में इस्तेमाल होने वाला सामान खरीदकर लाये.
इसके बाद गिरोह ने आसपास के बैंक और एटीएम की रैकी करना शुरू कर दिया. गिरोह ने खनियाधाना कस्बे के एक एटीएम को निशाना बनाने का भी प्रयास किया था. रैकी के बाद गिरोह ने खनियाधाना क्षेत्र के गुडर गांव को अपना निशाना बनाया. 16 जनवरी की रात गिरोह के सभी सदस्य कार और बाइक पर सवार होकर गुडर गांव के पंजाब नेशनल बैंक पहुंचे, जहां उन्होंने दो लोगों को बाइक पर बैठाकर गांव के बाहर गश्ती पर लगा दिया. इसके बाद बैंक के पास के घरों के बाहर से कुंडी लगा दी. इसके बाद अनिल झा ने मिनटों में बैंक के ताले और बैंक में रखे लॉकर के दरवाजे को गैस कटर से काट दिया. लेकिन पुलिस के सायरन से ये घबरा गए और फरार हो गए.