शहडोल: मध्य प्रदेश में रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव का जो सिलसिला शुरू हुआ था. सभी संभागों में जो रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव कराए जा रहे हैं. उसमें 7वां रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव आज शहडोल जिले में आयोजित किया गया. जिसमें कई उद्यमी शामिल हुए और इस आदिवासी अंचल में कई बड़े-बड़े उद्यमियों ने जमकर निवेश करने की घोषणा भी की है.
आदिवासी अंचल में जमकर बरसाए पैसे
शहडोल संभागीय मुख्यालय में हुए रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव में गुरुवार को उद्योगपतियों ने जमकर पैसे बरसाए या यूं कहें की इन्वेस्टमेंट की घोषणा की. सीएम मोहन यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि "इस कार्यक्रम में खासतौर से 5000 से अधिक लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया था. अलग-अलग औद्योगिक क्षेत्र की हस्तियां इस इन्वेस्टर मीट में शामिल हुईं. 3000 से अधिक एमएसएमई के प्रतिभागियों ने भी अपना पंजीयन कराया हुआ था.
जो सभी अपने इंडस्ट्री की बड़ी संभावना लेकर यहां पहुंचे थे. अधिकांश ऊर्जा, खनिज, कृषि, इलेक्ट्रॉनिक, खाद्य प्रसंस्करण, उद्यानकी और पर्यटन के क्षेत्र में उद्योगपतियों ने इन्वेस्टमेंट के लिए इंटरेस्ट से जताया है. इसमें बड़े पैमाने पर हमारे बीच इन्वेस्टमेंट आया है.
टोटल कितने का हुआ निवेश
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बताया कि "शहडोल में हुए रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव में इन्वेस्टमेंट की बात करें तो 32 हजार करोड़ के लगभग इन्वेस्टमेंट आया है. या यूं कहें कि आज का हमारा बिजनेस हुआ है. पूरे प्रदेश को लेकर बात करें तो प्रदेश में हमारे लिए अभी तक सातों इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव में शहडोल में जिस प्रकार से इन्वेस्टमेंट आया है. वह हमारे कल्पना से परे था. मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे खुद इतनी उम्मीद नहीं थी, दो, चार 5000 करोड़ का इन्वेस्टमेंट आ जाए तो बहुत है, क्योंकि शहडोल हमारा अभी कई मामलों में पिछड़ा हुआ है, लेकिन आप देखिए कि कई ग्रुप ऐसे हैं. जो अकेले ही तीन-तीन हजार करोड़ का इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं.