अजमेर. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सीनियर सेकेंडरी, सेकेंडरी और समकक्ष परीक्षाओं की 2 करोड़ से ज्यादा उत्तर पुस्तिकाओं की जांच के लिए 35 करोड़ रुपए खर्च होंगे. उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए 30 हजार परीक्षक नियुक्त किए गए हैं. इस बार बोर्ड की परीक्षा में 19 लाख 39 हजार 345 छात्र सम्मिलित हुए थे.
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सचिव कैलाश चंद्र शर्मा ने बताया कि उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए 30 हजार शिक्षकों को नियुक्त किया गया है. मूल्यांकन कार्य जारी है. 15 रुपए प्रति उत्तर पुस्तिका के हिसाब से शिक्षकों को भुगतान किया जाएगा. अगले सप्ताह से ऑनलाइन अंक प्राप्त होना शुरू हो जाएंगे. बोर्ड का प्रयास है कि मई के दूसरे पखवाड़े से परीक्षा परिणाम जारी किए जा सकें. बोर्ड के अनुसार इस बार 19 लाख 39 हजार 345 परीक्षार्थी परीक्षा में सम्मिलित हुए थे. इनमें 10 लाख 62 हजार 341 परीक्षार्थी सेकेंडरी और 8 लाख 66 हजार 270 परीक्षार्थी सीनियर सेकेंडरी, 3 हजार 671 वरिष्ठ उपाध्याय और 7 हजार 63 प्रवेशिका के विद्यार्थी शामिल हैं.
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प्रदेश के 6 हजार 144 केंद्रों पर परीक्षा ली गई थी. इनकी उत्तर पुस्तिकाओं की संख्या 2 करोड़ 32 लाख 72 हजार 140 है. बोर्ड ने मूल्यांकन के लिए राज्य के समस्त 50 जिलों में विषय वार परीक्षकों को नियुक्त किया है. राज्य में 25 जगह पर केंद्रीय कृत मूल्यांकन की व्यवस्था की गई है, जहां शिक्षक इन केंद्रों पर पहुंचकर उत्तर पुस्तिकाएं जांच रहे हैं.
20 दिन में जांचनी होती है उत्तर पुस्तिका :बोर्ड की ओर से नियुक्त किए गए सभी 30 हजार परीक्षकों को मूल्यांकन के लिए 20 दिन का समय दिया गया है. सामान्यतः एक परीक्षक की ओर से 15 से 20 दिन में 300 से 350 उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कर लिया जाता है. मूल्यांकन की पूरी जिम्मेदारी संबंधित परीक्षक की ही होती है.
ऑनलाइन भेजेंगे बोर्ड को अंक :मूल्यांकन प्रक्रिया के पूरा होने के बाद हर परीक्षक अपने पास मौजूद रोल नंबर के अनुरूप ही बोर्ड को ऑनलाइन ही मूल्यांकन अंक भेजेंगे. यह प्रक्रिया पूर्ण रूप से गोपनीय रहती है. मूल्यांकन के दौरान ऑनलाइन सिस्टम से संबंधित परीक्षक केवल खुद के मूल्यांकन अंक ही देख सकते हैं. मसलन अन्य परीक्षक की ओर से ऑनलाइन भेजे गए अंक उसे दिखाई नहीं देंगे.