उत्तराखंड

uttarakhand

उत्तराखंड की इन नदियों के पुनर्जीवन का बनेगा प्लान, राज्य स्तरीय क्रियान्वयन समिति ने किया चयन - Scheme on Revitalization of Rivers

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jun 24, 2024, 10:55 PM IST

Scheme on Revitalization of Rivers उत्तराखंड में नदियों और जल स्रोतों को पुनर्जीवित करने के लिए बनाए गए स्क्रीन और रिवर रिजुविनेशन प्राधिकरण की राज्य स्तरीय क्रियान्वयन समिति की आज पहली बैठक आहूत की गई. इस दौरान बैठक में पांच नदियों को प्रथम चरण में समिति द्वारा चिन्हित कर उनके पुनर्जीवन पर एक्शन प्लान तैयार करने का निर्णय लिया गया.

Scheme on Revitalization of Rivers
उत्तराखंड की इन नदियों के पुनर्जीवन का बनेगा प्लान (PHOTO- UTTARAKHAND INFORMATION DEPARTMENT)

देहरादूनःउत्तराखंड की पांच नदियों को पुनर्जीवित करने के लिए पहले चरण में चयनित किया गया है. टिहरी और देहरादून जिले में बहने वाली सौंग नदी, पौड़ी जिले की पूर्वी और पश्चिमी नयार, नैनीताल जिले की शिप्रा और चंपावत की गौड़ी नदी को इसमें शामिल किया गया है. इसके तहत अब इन पांच नदियों के लिए पहले चरण में एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा. हालांकि, इन नदियों के अलावा राज्य में अब तक कुल 5428 जल स्रोत चिन्हित किए गए हैं जिन पर एक्शन प्लान तैयार होना है.

सचिवालय में स्प्रिंग एंड रिवर रिजूवनेशन प्राधिकरण की राज्य स्तरीय क्रियान्वयन समिति की पहली बैठक में ही अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने कई महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश भी जारी किए. इसके तहत यह भी स्पष्ट किया गया कि जो भी तमाम प्रस्ताव समिति के सामने स्वीकृति के लिए ले जाएं, उससे पूर्व सभी संबंधित विभागों से भी उसे संबंध में टिप्पणी ली जाए. ताकि विभागों द्वारा भी जल स्रोतों और नदियों के उपचार के लिए अपनी स्थिति को रखा जा सके. अपर मुख्य सचिव ने यह भी स्पष्ट किया कि सभी विभागों के बीच आपसी सामंजस्य भी रखा जाए. ताकि विभिन्न कार्यों को समय से पूरा किया जा सके.

राज्य में इन पांच नदियों के अलावा बाकी नदियों और सूख रहे जल स्रोतों एवं जलधाराओं का भी जल्द से जल्द चिन्हीकरण करवाने के निर्देश दिए गए. इस दौरान परियोजना के मूल्यांकन के लिए मैकेनिज्म तैयार करने के लिए भी कहा गया. दूसरी तरफ इसके मूल्यांकन और निगरानी के लिए भी अलग से स्टाफ की तैनाती किए जाने के भी निर्देश दिए गए. अपर मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य और जिला स्तर पर प्राधिकरण के अंतर्गत कराए जाने वाले कामों का श्रेणीकरण करते हुए हर साल के लिए लक्ष्य भी निर्धारित होने चाहिए. साथ ही इस वित्तीय वर्ष के लिए वार्षिक कार्य योजना अगले एक माह में तैयार करने और प्रस्तुत करने के लिए भी कहा गया.

ये भी पढ़ेंःउत्तराखंड में IFS अफसरों के तबादले पर 26 जून को लगेगी मुहर, CSB के लिए तैयार हुई प्रस्तावित नामों की सूची!

ABOUT THE AUTHOR

...view details