देहरादून: उत्तराखंड में 38वें राष्ट्रीय खेलों के तहत तमाम प्रतियोगिताएं हो रही हैं. होस्टिंग स्टेट होने के बावजूद उत्तराखंड अभी तक मात्र चार गोल्ड मेडल ही जीत पाई है. जिसमें से एक गोल्ड मेडल बुधवार को लॉन बॉल्स प्रतियोगिता में जीता है. जिसे उत्कृष्ट द्विवेदी ने हासिल किया. वहीं, उत्कृष्ट द्विवेदी से हारने वाले असम के खिलाड़ी बिट्टू दास ने उत्तराखंड को लॉन बॉल में मिले गोल्ड को चैलेंज कर दिया है. बिट्टू दास ने उत्तराखंड के गोल्ड को चैलेंज करते हुए इस बात को रखा है कि उत्कृष्ट द्विवेदी की उम्र 25 साल से ज्यादा है. बावजूद इसके उत्कृष्ट द्विवेदी अंडर 25 खेलकर गोल्ड मेडल जीता है. जिससे मामला गरमा गया है.
असम के गोल्ड मेडल पर चैलेंज से बढ़ी चुनौतियां: असम टीम की ओर से गोल्ड मेडल पर चैलेंज देने के बाद लॉन बॉल एसोसिएशन की चुनौतियां बढ़ गई है. क्योंकि, पहली बार उत्तराखंड की लॉन बॉल टीम में नेशनल गेम में प्रतिभा किया था. पहली बार में ही टीम ने गोल्ड मेडल हासिल कर लिया, लेकिन अब असम टीम की ओर से चैलेंज किए जाने के बाद एसोसिएशन अपना पक्ष रख रहा है. ताकि, वो ये साबित कर सके कि उत्कृष्ट द्विवेदी की उम्र 22 साल है. बता दें कि लॉन बॉल्स खेल में उत्तराखंड को सिर्फ एक गोल्ड मेडल नहीं मिला है. बल्कि, उत्तराखंड को दो ब्रॉन्ज मेडल भी मिले हैं.
क्या बोले सेक्रेटरी जनरल पवनप्रीत सिंह? वहीं, इस पूरे मामले पर लॉन बॉल एसोसिएशन उत्तराखंड के सेक्रेटरी जनरल पवनप्रीत सिंह ने कहा कि असम टीम की ओर से चैलेंज दिए जाने के बाद उत्तराखंड लॉन बॉल खिलाड़ी उत्कृष्ट द्विवेदी के ओरिजिनल डॉक्यूमेंट को जमा किया जा चुका है. डॉक्यूमेंट के अनुसार उत्कृष्ट द्विवेदी की उम्र करीब 22 साल है. ये खिलाड़ी अंडर 25 खेल रहा है. हालांकि, यह एक प्रक्रिया है कि जब कोई खिलाड़ी हारता है तो वो अपनी हार छुपाने के लिए कुछ ना कुछ करता है. जिसके चलते उन्होंने यह सवाल उठाया है कि उत्कृष्ट द्विवेदी की उम्र 25 साल से ज्यादा है. लिहाजा, इसकी जांच होनी चाहिए.
सेक्रेटरी जनरल पवनप्रीत सिंह ने बताया कि लॉन बॉल का फाइनल मैच उत्तराखंड और असम के बीच में था. असम की टीम काफी अच्छी है और असम की कोच उत्तराखंड के खिलाड़ियों को भी ट्रेनिंग दे रहे हैं. साथ ही बताया कि असम की टीम को लगा तो उन्होंने चैलेंज दाखिल कर दिया है. ऐसे में इसका पूरा क्लेरिफिकेशन डायरेक्टर ऑफ गेम उन्हीं की स्तर पर होनी है. उन्हें लगता है कि इसमें बोन टेस्ट की जरूरत नहीं होगी. उन्हें उम्मीद है कि उत्कृष्ट द्विवेदी की उम्र 22 साल है. लिहाजा, इस चैलेंज से कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा.
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