लखनऊ:उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम में आए दिन कोई न कोई घोटाला सामने आ ही जाता है. अब तक तमाम घोटाले हो चुके हैं और अब बस टिकटों की गड्डियों का एक घोटाला सामने आया है. इस बार प्रकरण चारबाग बस डिपो से जुड़ा है. करीब 204 टिकट गड्डियों का ब्यौरा ही नहीं मिल रहा है. पिछले करीब 3 महीने से टिकटों का ब्यौरा रजिस्ट्रर में दर्ज ही नहीं किया गया. अनुमान है कि इस तरह करीब 15 से 20 लाख रुपये का हेरफेर किया गया है. अब आरएम ने जांच के आदेश दिए हैं तो जिम्मेदारों के हाथ-पांव फूल गए हैं.
बीते मई, जून और जुलाई माह का ब्यौरा क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय नहीं पहुंचने पर अब जिम्मेदारों को पसीना आ रहा है. क्षेत्रीय प्रबंधक को मामले की जानकारी हुई तो उन्होंने चारबाग के स्टेशन इंचार्ज ममता साहू से रजिस्टर तलब करते हुए पूरे मामले की जांच के आदेश दिए. बताया जाता है कि रजिस्टर में टिकटों की गड्डी का ब्यौरा दर्ज नहीं होने पर आनन-फानन में अप्रैल माह के आधार पर मई, जून और जुलाई का ब्यौरा दर्ज करके रिपोर्ट आरएम कार्यालय भेज दी गई.
101 से लेकर 150 रुपए के थे टिकट :जानकारी के मुताबिक 101 से लेकर 150 रुपए मूल्य के टिकट बताए जा रहे हैं. बीते तीन माह में 200 से ज्यादा टिकट की गड्डियों का ब्यौरा दर्ज नहीं किया गया. रजिस्टर में तीन माह के दौरान टिकटों की गड्डियों का रिकॉर्ड नहीं होने से करीब 15 से 20 लाख रुपये की हेराफेरी की आशंका जताई जा रही है.