महासमुंद :आपने अपनी मांगों को मनवाने के लिए कई तरह के प्रदर्शन देखे होंगे.लेकिन महासमुंद जिले के एक सरपंच ने अपनी मांग को लेकर प्रदेश से ऊपर यानी देश की सरकार के सामने अनोखा प्रदर्शन किया. सरपंच का ये प्रदर्शन अब चारों ओर चर्चा का विषय बन चुका है. क्योंकि सरपंच की व्यथा कुछ ऐसी है कि जो भी इसे सुन रहा है वो सिर्फ इतना ही कह रहा है कि हां सड़क तो जरुरी है.
महासमुंद जिले के ग्राम पंचायत बम्बूरडीह के सरपंच शत्रुध्न चेलक ने दिल्ली की सड़क पर अनोखा प्रदर्शन किया.शत्रुध्न चेलक का ये प्रदर्शन सिर्फ 2 किलोमीटर लंबी सड़क के लिए था. सड़क के लिए सरपंच ने और किसी के सामने नहीं बल्कि केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री के घर के सामने लुढ़कते हुए अपनी मांगों को रखा.आपको जानकर हैरानी होगी कि सरपंच को इस प्रदर्शन के लिए खास तौर गांव वालों ने चंदा करके दिल्ली भेजा था. ताकि उनका जनप्रतिनिधि दिल्ली दरबार में जाकर अपनी समस्याओं को रख सके.
क्या है गांव की परेशानी ?:आपको बता दें कि महासमुंद जिले के रामाडबरी से बावनकेरा तक 2 किमी पक्की सड़क बननी है.जिसके लिए 2023 में 2 करोड़ 53 लाख 71 हजार रूपए की स्वीकृत राशि हुई.लेकिन अभी तक सड़क को बनाने के लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी नहीं की गई है. रामाडबरी गांव बारिश के दिनों में किसी तालाब के बीच में बना टापू की तरह हो जाता है.गांव में पक्की सड़क नहीं होने से शिक्षक स्कूल नहीं आ पाते.मरीजों को अस्पताल ले जाने के लिए चारपाई के सहारे 8-10 लोगों को मेहनत करनी पड़ती है.राशन,किराना और सब्जी समेत दवाईयों का इंतजाम करने में भी ग्रामीणों के पसीने छूट जाते हैं.ये सब तो ठीक है लेकिन इस सड़क के कारण कई लोगों के घर नहीं बस पा रहे हैं.