बेतिया : बिहार के बेतिया में एक ऐसी झील है जिसका पानी इतना मीठा और पेट के लिए रामबाण है कि इसे पीने से पेट के पाचन संबंधित विकार खत्म हो जाता है. हम बात कर रहे हैं पश्चिमी चंपारण जिले के सरैया मन झील की जो अभी भी अपने अस्तित्व में है और काफी प्रचलित है. इस झील का पानी अपने आप में औषधीय गुणों से युक्त है. यह पानी कितना औषधीय और फायदेमंद होता है आप इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि इसका पानी आसपास के इलाकों में बेचे जाते थे.
दवा बना झील का पानी : जिला मुख्यालय से लगभग 10 किमी दूर बैरिया के दक्षिण-पश्चिम में 887 एकड़ वन भूमि पर सरैया मन झील स्थित है. बैरिया में स्थित सरैया मन झील का पानी अपनी गुणवत्ता के कारण आसपास के इलाकों को बेचा जाता है. दरअसल सरैया झील चारों तरफ से जामुन के पेड़ से घिरा हुआ है. जामुन का फल जो स्वयं इस झील में जाकर गिरता है और झील के पानी को औषधीय गुण देता है. जिस कारण इस पानी के सेवन करने से पाचन तंत्र मजबूत होता है. पेट संबंधित कोई भी बीमारी नहीं होती है और इस पानी को लेने दूर-दूर से लोग आते हैं.
औषधीय गुणों से युक्त है जल: यहां के ग्रामीणों ने बताया कि सरैयामन झील का पानी बहुत ही मीठा होता है. झील के चारों तरफ जामुन के पेड़ होने के कारण जो उसका जामुन पानी में गिरता है. जिस कारण पानी मीठा हो जाता है. जामुन अपने आप में फायदामंद होता है और इसी की गुणवत्ता के कारण पानी पीने में फायदेमंद होता है. बताया जाता है कि यह पानी लेने दूर से लोग आते हैं. जानकर बताते हैं कि पानी की बिक्री होती थी. बाजारों में सरैया मन झील के पानी की बिक्री होती थी.