श्रीनगर:ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना के तहत श्रीनगर में पोर्टल 1 और एडिट 5 के बीच 3.3 किमी एस्केप टनल का सफल ब्रेक थ्रू हो गया है. अब श्रीनगर से डुंगरीपंथ तक 9 किमी लंबाई की एस्केप टनल पूरी तरह आर-पार हो चुकी है. यहां अंतिम चरण में सुरंग की खुदाई के साथ फाइनल कंक्रीट लाइनिंग का काम शुरू कर दिया गया है. जैसे ही ब्रेक थ्रू हुआ, वैसे ही वहां मौजूद रेलवे कर्मियों ने भारत माता ने नारे लगाए. जिससे पूरे माहौल में जोश दिखाई पड़ा. इस दौरान कर्मियों ने एक दूसरे को मिठाइयां भी खिलाई.
दरअसल, श्रीकोट गैस गोदाम के पास रेलवे लाइन के लिए बनाई जा रही एस्केप टनल का गुरुवार यानी 24 अक्टूबर को ब्रेक थ्रू सफलतापूर्वक हुआ. इस पर कार्यदायी संस्था में लगे मजदूर, कर्मचारी और अधिकारी खुशी से झूम उठे. उन्होंने एक दूसरे को बधाई दी और मिठाई खिलाई. बता दें कि ऋषिकेश से कर्णप्रयाग के बीच 125 किलोमीटर रेल लाइन परियोजना का निर्माण कार्य चल रहा है. परियोजना के तहत सुरंग निर्माण के कार्य को दस अलग-अलग पैकेजों में बांटा गया है.
ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे लाइन में बड़ा ब्रेक थ्रू (वीडियो सोर्स- RITHWIK Project Ltd.) इसमें पैकेज 6, श्रीनगर जीएनआईटीआई मैदान से डुंगरीपंथ धारी देवी स्टेशन यार्ड तक है. पैकेज 6 के परियोजना निदेशक पीयूष पंत ने बताया कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना की सुरंग संख्या 11 की लंबाई 9.05 किमी है. यह सुरंग श्रीनगर और डुंगरीपंथ को जोड़ती है. वहीं, कार्यदायी संस्था सोंगदा-ऋत्विक के परियोजना प्रबंधक वीरेश चालमी ने कहा कि अब तक मुख्य सुरंग का दो चरण और एस्केप टनल तीन चरणों में ब्रेक थ्रू हुआ है.
ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे लाइन की एस्केप टनल (फोटो सोर्स- RITHWIK Project Ltd.) दिसंबर महीने में होगा मुख्य टनल का ब्रेक थ्रू:मुख्य टनल का अंतिम 3.3 किमी का ब्रेक थ्रू दिसंबर महीने में प्रस्तावित है. इसके बाद मुख्य सुरंग भी श्रीनगर से डुगरीपंथ तक पूरी तरह आर-पार हो जाएगी. वहीं, आरवीएनल के प्रोजेक्ट डायरेक्टर पीयूष पंत ने कहा कि आज स्केप टनल का सफल ब्रेक थ्रू हो गया है. इसके बाद दिसंबर महीने में मेन टनल का ब्रेक थ्रू किया जाना है.
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