गया : बिहार के गया जिले के चंदौती थाना से 1997 में लूटी गई राइफल की बारामदगी की गई है. तकरीबन 27 साल बाद थाने से लूटी गई राइफल की बरामदगी में पुलिस को सफलता मिली है. गया एसएससी आशीष भारती को एसटीएफ के द्वारा सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति ने हथियार रखा है. सूचना मिलते ही एसएसपी ने विशेष टीम का गठन किया. एसडीपीओ शेरघाटी वन के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई. विशेष टीम ने गुरुआ थाना के कठवारा गांव में छापेमारी की.
पुलिस को देखते ही भागने लगा नक्सली वैद्यनाथ :पुलिस की विशेष टीम ने गुरुआ थाना के कठवारा गांव में घेराबंदी की. पुलिस की कार्रवाई देख एक व्यक्ति भागने लगा, जिसे पुलिस कर्मियों ने पकड़ लिया. इसके बाद सामने आया कि पकड़ा गया वैद्यनाथ सिंह एक नक्सली है. पुलिस ने उसके घर की तलाशी ली, तो वहां घर की छत से एक राइफल, राइफल में अनलोड एक जिंदा कारतूस के अलावा 20 और कारतूस की बरामदगी की गई.
राइफल के संबंध में बताने से बचता रहा :वहीं, राइफल के संबंध में गिरफ्तार वैद्यनाथ सिंह कुछ भी बताने से इनकार करता रहा. पुलिस के लाख पूछताछ में भी वह बताने से कतराता रहा. वहीं, पुलिस ने जांच बढाई तो सामने आया कि वर्ष 1997 में चंदौती थाना से राइफल की लूट हुई थी और यह वही राइफल है. इस तरह 1997 में नक्सलियों द्वारा की गई घटना का खुलासा हुआ और लूटी गई एक राइफल की बरामदगी कर ली गई. जानकारी के अनुसार पुलिस की लूटी राइफल को लेकर चंदौती थाना कांड संख्या 154/97 दर्ज है.
''वर्ष 1997 में चंदौती थाने से राइफल की लूट हुई थी. पुलिस ने एक राइफल की बरामदगी की है. वहीं 21 कारतूस की बारामगी की गई है. मामले में वैद्यनाथ सिंह सिंह, गुरुआ थाना के कठवारा निवासी को गिरफ्तार किया गया है. अन्य की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई हो रही है.''- आशीष भारती, एसएसपी, गया