रीवा: श्यामशाह मेडीकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में शुक्रवार को आयोजित कार्यक्रम में जननी शिशु सुरक्षा योजना का शुभारंभ किया गया. इस राज्य स्तरीय समारोह में मध्य प्रदेश के उप मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने गर्भवती महिलाओं की नि:शुल्क जांच में निजी भागीदारी कार्यक्रम का शुभारंभ किया. कार्यक्रम में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी अस्पतालों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और सिविल सर्जन शामिल हुए.
महीने में दो दिन होगी गर्भवती महिलाओं के निशुल्क जांच
वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम में शमिल हुए मंडला और रतलाम जिले के हितग्राहियों से उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने संवाद किया. उप मुख्यमंत्री ने कहा कि "मातृ मृत्यु दर को नियंत्रित करने के प्रयास सबके सहयोग से सफल होंगे." कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने बताया कि "जननी सुरक्षा कार्यक्रम के तहत हर माह की 9 और 25 तारीख को गर्भवती महिलाओं की नि:शुल्क जांच के शिविर सभी अस्पतालों में लगाए जाएंगे. इनमें गर्भवती महिलाओं की जांच, उपचार, दवा और आने-जाने की सुविधाएं नि:शुल्क दी जाएगी."
निजी अस्पताल में सोनोग्राफी करवाने पर सरकार करेंगी भुगतान
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि "मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर को नियंत्रित करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. जननी सुरक्षा कार्यक्रम के तहत हर गर्भवती महिला की नि:शुल्क जांच, उपचार और दवा की सुविधा दी जा रही है. इस कार्यक्रम के तहत यदि सरकारी अस्पताल में सोनोग्राफी की सुविधा नहीं है, तो गर्भवती महिलाओं की निजी सोनोग्राफी केन्द्र में सोनोग्राफी कराई जाएगी और इसका भुगतान सरकार करेगी."
ऐसा करने वाला मध्य प्रदेश देश का दूसरा राज्य
डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला ने बताया, "सरकारी अस्पताल से जारी बाउचर से महिला सात दिन में कभी भी अपनी जांच सोनोग्राफी सेंटर में करा सकती है. मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर नियंत्रित करने के प्रयासों में निजी अस्पतालों की भागीदारी देने वाला मध्य प्रदेश देश का दूसरा राज्य है. मातृ मृत्यु दर पर नियंत्रण के लिए सबका सहयोग आवश्यक है."
तेजी से किया जा रहा स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि "स्वास्थ्य सुविधाओं का तेजी से विस्तार किया जा रहा है. इसके लिए बजट की कोई कमी नहीं है. शीघ्र ही स्त्री रोग विशेषज्ञ तथा रेडियोलॉजिस्ट के पदों पर भर्ती की जाएगी. विशेषज्ञ डॉक्टरों की पदस्थापना तथा आवश्यक उपकरण स्थापित करके सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में जिला अस्पताल के समकक्ष स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाएंगी. सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल रीवा के लिए दूसरी कैथलैब मशीन शीघ्र ही उपलब्ध हो जाएगी."