बलौदाबाजार :अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट रावन के विस्तार के खिलाफ किसानों, महिलाओं और युवाओं ने विरोध किया है. ग्राम रावन के अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट के उत्पादन क्षमता विस्तार के खिलाफ छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल ने जनसुनवाई आयोजित की थी.जिसमें स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. इस सुनवाई में किसानों, युवाओं और महिलाओं ने अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट रावन के संचालन और उसके विस्तार से उत्पन्न हो रही समस्याओं पर सवाल उठाए. मुख्य रूप से भूमि अधिग्रहण, मुआवजा ना मिलना, बेरोजगारी, प्रदूषण, सड़क निर्माण की स्थिति और पर्यावरणीय प्रभाव के मुद्दे उठाए गए. जन सुनवाई के दौरान ग्रामीणों ने अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट रावन प्रबंधन की नीतियों की कड़ी आलोचना की और प्रशासन से तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की.
जर्जर हो रही सड़कों और प्रदूषण को लेकर विरोध :ग्रामीणों ने कहा कि अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट रावन के भारी वाहनों के आवागमन से गांवों की सड़कें जर्जर हो गई हैं. अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट रावन की वजह से सड़कें गहरे गड्ढों से भर गई हैं. जिसके कारण दुर्घटनाएं हो रही है. गांववाले सड़क सुधारने की मांग कर रहे हैं ताकि आवागमन सुचारू रूप से हो सके. इसके अलावा, अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट रावन से निकलने वाली धूल के कारण ग्रामीणों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है. ग्राम रावन के निवासियों ने कन्वेयर बेल्ट से उठने वाली धूल और वायु प्रदूषण पर भी कड़ा विरोध जताया. इसके प्रभावों को रोकने के लिए उपायों की मांग की.
भूमि अधिग्रहण और मुआवजा पर गंभीर सवाल :जन सुनवाई में सबसे प्रमुख मुद्दा भूमि अधिग्रहण और मुआवजा का था. ग्राम रावन के किसान दीपक वर्मा ने आरोप लगाया कि अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट रावन ने उनकी कृषि योग्य भूमि पर अवैध कब्जा कर लिया है, जिसका मुआवजा आज तक नहीं दिया गया. उन्होंने बताया कि उनकी जमीन पर सड़क निर्माण और कन्वेयर बेल्ट लाइन बिछाई गई है, लेकिन इसके बदले उन्हें कोई मुआवजा नहीं मिला. किसानों ने कहा कि वे वर्षों से जिला प्रशासन और अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट रावन प्रबंधन से मुआवजे की मांग कर रहे हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है.
भूमि कब्जा करने का लगाया आरोप :ग्राम रावन के अन्य किसानों गोपाल यादव, ओमप्रकाश वर्मा और 65 वर्षीय पूरन लाल वर्मा ने भी अपनी भूमि अधिग्रहण की कहानी सुनाई. किसानों ने बताया कि किस प्रकार अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट रावन ने उनकी भूमि पर कब्जा कर लिया है. पूरन लाल वर्मा ने कहा कि उनकी 6.62 एकड़ भूमि पर 1994-95 से कब्जा किया गया है, लेकिन उन्हें अब तक इसका कोई मुआवजा नहीं मिला. जन सुनवाई ग्रामीणों ने महिलाओं और बेरोजगार युवाओं की स्थिति पर भी गहरी चिंता व्यक्त की है. ग्राम पड़कीडीह की सरोज साहू ने कहा कि अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट रावन में महिलाओं के लिए कोई रोजगार के अवसर नहीं हैं, जिससे महिला स्व सहायता समूह की महिलाएं बेरोजगार हो रही हैं. अमरिका बाई ने अपनी दुखभरी कहानी सुनाई, जिसमें उन्होंने बताया कि बेरोजगारी के कारण उनके बेटे ने आत्महत्या करने का प्रयास किया था. यह मामला ग्रामीणों को बहुत ही चौंकाने वाला और संवेदनशील लगा।