अयोध्या: राम मंदिर निर्माण समिति की तीन दिवसीय बैठक शुक्रवार से प्रारंभ हो गई है. बैठक में राम मंदिर और राम जन्मभूमि परिसर में निर्माण कार्य को लेकर मंथन हो रहा है. इसके पूर्व निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने निर्माण कार्य के लिए श्रमिकों की कम संख्या और उनके काम को लेकर चिंता जताई है. कहा है कि हमारा लक्ष्य दिसंबर 2024 तक मंदिर को पूरा करने का है, जिसमें अब केवल 4-5 महीने ही बचे हैं. इतने ही समय में हमें मंदिर का निर्माण पूरा करना है.
कहा है कि प्रथम तल पर हम लगभग 90% कम कर चुके हैं, लेकिन द्वितीय तल और शिखर, यह दोनों महत्वपूर्ण कार्य हमें अभी करने हैं. इसके साथ-साथ सबसे महत्वपूर्ण यह है कि द्वितीय तल पर जो गर्भ गृह होगा, उसका किस प्रकार इस्तेमाल किया जाए, इस पर चर्चा की गई है, क्योंकि भूतल के गर्भ गृह में हमारे रामलला हैं. दूसरे तल के गर्भ गृह में किस महत्व, किस लक्ष्य, किस संदेश के साथ वहां काम किया जाए, यह विचारणीय है.
बताया कि अभी इस पर विचार चल रहा है. कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है, लेकिन यह प्रयास अवश्य होगा कि द्वितीय तल के गर्भगृह में भी भगवान राम से संबंधित विभिन्न प्रदेशों की भाषाओं में लिखी रामायण और श्री रामचरितमानस रखी जाए. जो अन्य प्रदेशों की रामचरितमानस की सबसे पुरानी प्रति हो, उसे वहां रखा जाए. जिससे लोग अपनी भाषा में उसे पढ़ सकें. हालांकि यह अनेक प्रस्ताव में से एक है. इसके साथ एक प्रस्ताव और है कि वहां पर प्रभु श्री राम का चरण बनाया जाए. इन सभी पर अभी सोचा जा रहा है और अंत में इन सभी पर निर्णय दिया जाएगा.