नई दिल्ली :चैत्र नवरात्रि के अंतिम दिन रामनवमी का पर्व मनाया जाता है. रामनवमी को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के जन्मोत्सव के रूप में मनाते हैं. त्रेता युग में चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को भगवान राम का धरती पर अवतार हुआ था. भगवान राम का जन्म कर्क लग्न में अभिजीत मुहूर्त में हुआ था. बुधवार, 17 अप्रैल 2024 को रामनवमी का पर्व मनाया जाएगा. रामनवमी के दिन विधि विधान से भगवान श्री राम की पूजा की जाती है. इस दिन घरों में विशेष हवन भी होते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार राम नाम की जाप करने से सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है. रामनवमी पर रामायण और राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करने का विशेष महत्व बताया गया है. ऐसा करने से जीवन में सुख और समृद्धि का स्थाई वास रहता है. जीवन के अंतिम समय में राम नाम का जाप करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है.
रामनवमी शुभ मुहूर्त
- चैत्र मास की नवमी तिथि आरंभ: मंगलवार 16 अप्रैल 2024 को दोपहर 1:23 PM से शुरू
- चैत्र मास की नवमी तिथि समाप्त: बुधवार 17 अप्रैल 2024 को दोपहर 3:15 PM पर समाप्त.
- उदया तिथि के अनुसार रामनवमी का पर्व बुधवार 17 अप्रैल 2024 को मनाया जाएगा. इस दिन रवि योग भी है.
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