''कोरोना के वक्त लाशें बिछी थी और मोदी जी लोगों से थाली बजवा रहे थे, राम मंदिर में राष्ट्रपति को नहीं जाने दिया'' - LOK SABHA ELECTION 2024
बस्तर की धरती से राहुल गांधी ने पीएम मोदी को एक बार जमकर घेरा. राहुल गांधी ने कहा कि देश का पैसा पूंजीपतियों के हाथों में है. हम जातिगत जनगणना कराकर उनको उनका हक देना चाहते हैं. बीजेपी के लोग ऐसा नहीं चाहते.
बस्तर: राहुल गांधी का आज बस्तर में चुनावी दौरा था. बस्तर दौरे पर राहुल गांधी ने कहा कि हम जातिगत जनगणना कराकर गरीबों और पिछड़ों को उनका हक देना चाहते हैं. बीजेपी के लोग नहीं चाहते है कि पिछड़े और दलित समाज की मुख्यधारा में आएं, उनको उनका हक मिले. राहुल गांधी ने कहा कि हम अपनी महालक्ष्मी योजना के जरिए गरीब परिवार को साल में एक लाख रुपए देना चाहते हैं. देश के संसाधनों और पैसों पर चंद लोगों का कब्जा है हम चाहते हैं सबको अधिकार मिले.
''लोग मर रहे थे ये थाली बजवा रहे थे'':राहुल गांधी ने कहा कि''कोरोना काल में जब लाशों के ढेर लगे थे तब मोदी जी कहते हैं थाली बजाओ. हर प्रदेश से गरीब लोग कोरोना काल में घर लौटे. दिल्ली मुंबई और दक्षिण भारत से छत्तीसगढ़ लौटे. सारे फायदे मोदी जी ने अरबपतियों को दे दिए. छत्तीसगढ़ के लोगों को कोई फायदा नहीं दिया. राहुल ने कहा कि देश के 70 लोगों के पास पूरा पैसा जमा है. देश में बेरोजगारी और महंगाई पर मीडिया नहीं बोलता. मोदी जी जो दिखाते हैं वहीं मीडिया दिखाता है''.
''राम मंदिर पर बोले राहुल गांधी'':राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि''हिंदुस्तान के राष्ट्रपति आदिवासी हैं उनको राम मंदिर में जाने नहीं दिया. मोदी जी ने ये मैसेज देश को दिया. बीजेपी का नेता आदिवासी पर पिशाब कर रहा है उस वीडियो को बीजेपी के नेता आगे प्रचारित कर रहे हैं. बीजेपी के आदिवासी नेता जल जंगल जमीन तीनों को बेचने पर तुले हैं. मोदी जी की सरकार गरीबों के लिए नहीं अरबपतियों के लिए काम करती है. गरीबों और आदिवासियों का हक छीन रही है''.
''हम नौकरी के क्षेत्र में बड़ी क्रांति लाने वाले हैं'':राहुल ने कहा ''हमारी सरकार बनते ही हम नौकरियां देने की शुरुआत करेंगे. हिंदुस्तान में जो भी शिक्षित युवा है उनको नौकरी देना उनको देना हमारा काम होगा. अप्रेंटिसशिप के जरिए लोगों मौके दिए जाएंगे. हिंदुस्तान के बेरोजगार युवाओं को एक साल के लिए रोजगार मिलेगा. जो लोग अच्छा काम करेंगे उनको उसी जगह पर नौकरी दी जाएगी''.
''सरकारी दफ्तरों में ठेकेदारी प्रथा को खत्म करेंगे'': राहुल गांधी ने कहा कि ''सरकार दफ्तरों में बेरोजगार युवाओं को पर्मानेंट नौकरी दी जाएगी. 16 लाख करोड़ रुपया अमीरों का कर्जा माफ कर दिया. जिन लोगों का कर्जा माफ किया उनमें सिर्फ 16 से 20 अमीर लोग शामिल होगा. हमारी सरकार बनते ही हम किसानों का कर्जा माफ कर देंगे. हम साल में एक लाख रुपया लोगों को महालक्ष्मी योजना के तहत खाते में दिया जाएगा. हर महीने 8500 रुपए खाते में दिए जाएंगे जो साल में एक लाख रुपए होगा. हम एक झटके से हिंदुस्तान से गरीबी को मिटा देंगे''.
''आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं का पैसा दोगुना करेंगे'':राहुल गांधी बोले कि''90 फीसदी आबादी को आज उनका अधिकार नहीं दिया जा रहा है. कंपनियों से लेकर मीडिया तक में इन 90 फीसदी लोगों को भागीदारी नहीं मिलती है. एंकर्स से लेकर पत्रकार तक कोई भी आदिवासी नहीं मिलेगा. संपादक भी पिछड़ा नहीं मिलेगा. राहुल ने कहा कि तीन से चार फीसदी लोगों का ही सबकुछ पर कब्जा है''.
''हिंदुस्तान की सरकार को 90 अफसर चलाते हैं'':राहुल ने कहा''देश में क्या योजना बनेगी ये निर्णय देश के 90 अफसर तय करते हैं. 90 अफसरों में से सिर्फ एक अफसर आदिवासी होता है. वो आदिवासी अफसर सिर्फ दस पैसे के खर्च का निर्णय लेता है. पिछड़े वर्ग की आबादी के साथ न्याय नहीं हो रहा है. देश का पूरा पैसा दो तीन लोगों के पास ही है. जातिगत जनगणना कराना जरुरी: राहुल गांधी ने कहा कि ''लोगों के पता चलना चाहिए कि देश में हमारी जाति का संख्या कितनी है. संख्या के हिसाब से हमें अधिकार मिल रहा है कि नहीं. मीडिया से लेकर कंपनी तक में 90 फीसदी वाले लोग शामिल नहीं हैं. इन सबको अगर ठीक करना है तो जातिगत जनगणना जरुरी है. सरकार में जब हम आएंगे तो सब दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा''.
19 अप्रैल को है बस्तर में मतदान: बस्तर लोकसभा सीट से इस बार बीजेपी ने महेश कश्यप को मैदान में उतारा है जबकी कांग्रेस की ओर से कवासी लखमा मैदान में हैं. कांग्रेस और बीजेपी के दोनों धुरंधर नेताओं की आदिवासी वोटरों पर बढ़िया पकड़ मानी जाती है. लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को बस्तर संभाग में मतदान होना है. 17 अप्रैल को बस्तर लोकसभा सीट के लिए चुनाव प्रचार थम जाएगा.