नई दिल्ली:छठ महापर्व को लेकर गाजियाबाद में पुरबिया जनकल्याण परिषद ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. परिषद के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी से मुलाकात कर पूजा स्थलों और घाटों पर समुचित व्यवस्था मुहैया कराने की मांग की है.
पुरबिया जनकल्याण परिषद के महासचिव राकेश तिवारी के मुताबिक गाजियाबाद में 77 छठ पूजा स्थल और घाटों पर छठ महापर्व का आयोजन होगा. जिसमें हिंडन नदी के छठ घाट समेत जिले के विभिन्न क्षेत्रों के स्थाई और अस्थाई घाट शामिल हैं. तिवारी का कहना है कि हमें उम्मीद है कि प्रशासन बीते वर्ष की तुलना में इस साल और बेहतर इंतजाम करेगा. प्रशासन के प्रयास से ही हर साल छठ पूजा कार्यक्रम का आयोजन सफल हो पता है.
5 नवंबर 2024 से छठ महापर्व की शुरुआत हो जाएगी जिसका समापन 8 नवंबर 2024 को होगा. पुरबिया जनकल्याण परिषद ने जिलाधिकारी से छठ पूजा को लेकर समय रहते सभी इंतजाम करने का अनुरोध किया है.
पुरबिया जनकल्याण परिषद की ओर से जिलाधिकारी को 21 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा गया है. गाजियाबाद को मिनी पूर्वांचल भी कहा जाता है. पूर्वांचल समाज का बड़ा तबका गाजियाबाद में निवास करता है. हिंडन छठ घाट पर लाखों की संख्या में छठ महापर्व मनाने के लिए श्रद्धालु पहुंचते हैं.
पुरबिया जन कल्याण परिषद के प्रतिनिधि मंडल ने छठ महापर्व के आयोजन को लेकर गाजियाबाद के जिलाधिकारी से मुलाकात की है. 5 नवंबर से शुरू होने वाले महापर्व छठ पूजा आयोजन के लिये होने वाली व्यवस्थाओं से सम्बंधित ज्ञापन सौपा है. 77 घाटों की लिस्ट और उनके कारसेवकों की लिस्ट भीं सौपी गयी है. जिलाधिकारी द्वारा सभी व्यवस्थाओं को समय से पूरा करने का आश्वासन दिया गया है." - राकेश तिवारी, राष्ट्रीय महासचिव, पुरबिया जनकल्याण परिषद
पुरबिया जन कल्याण परिषद की मांग पत्र के अनुसार मुख्य मांगे:
हिंडन नदी और सभी चिन्हित 77 घाटों पर बने घाटों की मरम्मत और पूर्ण रूप से सफाई एवं बैठने की व्यवस्था की जाए. नदी में उतरकर अर्घ्य देने की व्यवस्था की जाए. हिंडन नदी में साफ पानी की व्यवस्था की जाए. सिंचाई विभाग को निर्देशित कर छठ महापर्व पूजा से पहले गंगाजल छुड़वाने की व्यवस्था और अन्य घाटों पर टैंकर के माध्यम से गंगाजल भरवाने की व्यवस्था की जाए. हिंडन नदी समेत सभी चिन्हित घाटों पर पर्याप्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती के साथ-साथ महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती की जाए. महिलाओं के लिए अस्थाई बैंड टेंट की व्यवस्था प्रत्येक छठ घाटों पर की जाए. व्यवस्थाओं में प्रमुख भूमिका नगर निगम, विकास प्राधिकरण, सिंचाई विभाग, विद्युत विभाग, स्वास्थ्य विभाग की होती है. सभी संबंधित विभागों को समय रहते व्यवस्थाओं को पूर्ण करने के लिए निर्देशित किया जाए.
ये भी पढ़ें-श्रद्धालुओं को होगी सहूलियत: दिल्ली में इस साल भी तैयार किए जाएंगे 1000 से अधिक छठ घाट
ये भी पढ़ें-दीपावली-छठ पर तेजस और वंदे भारत जैसी ट्रेनों को स्पेशल ट्रेन के रूप में चलाएगा रेलवे