रांची:झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग भले ही जेबीवीएनएल को 21 घंटे अनिवार्य रूप से बिजली उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है, लेकिन जो वास्तविक स्थिति है उससे लगता नहीं है कि आयोग के इस निर्देश का कोई असर जेबीवीएनएल पर पड़ा है. जाहिर तौर पर इसका खामियाजा उपभोक्ताओं को उठाना पड़ता है. रविवार रात हुई तेज बारिश ने राजधानी की विद्युत व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी. रविवार रात तेज हवा के साथ हुई बारिश के बाद से राजधानी रांची के कई इलाकों में बिजली गुल है. बिजली नहीं रहने की वजह से जहां लोगों को रात अंधेरे में गुजारनी पड़ी, वहीं सुबह से पानी के लिए भारी परेशानी का सामना लोगों को करना पड़ा है. हालांकि समाचार लिखे जाने तक कई इलाकों में बिजली बहाल जरूर कर दी गई थी, लेकिन इसके बावजूद बिजली की आंख-मिचौली जारी है.
लोकल फॉल्ट को दूर करने में जुटा बिजली विभाग
लोकल फॉल्ट की वजह से राजधानी रांची के आधा दर्जन इलाकों में बिजली व्यवस्था प्रभावित हुई है. जिन इलाकों में बिजली प्रभावित है उसमें बरियातू का तिरिल रोड, गाड़ी गांव पाहन टोली, कडरू के सरना टोली सहित कुछ इलाके, रानी बगान आदि शामिल है. रांची विद्युत प्रमंडल के एसडीओ डीके सिंह के अनुसार लोकल फॉल्ट को दूर करने के लिए टेक्निकल टीम को जगह-जगह लगाया गया है. कोई बड़ा फॉल्ट अभी तक सामने नहीं आया है. ट्रांसफॉर्मर स्तर से यदि कोई फॉल्ट विभाग के संज्ञान में आ रहा है तो उसे दूर करने के लिए सुबह से ही टेक्निकल टीम लगी हुई है. उन्होंने उपभोक्ताओं से अपील करते हुए कहा है कि बिजली आपूर्ति में होनेवाली किसी तरह की शिकायत को विभाग तक जरूर पहुंचाएं, जिससे स्थानीय स्तर टेक्निकल टीम फॉल्ट को दुरुस्त कर सके.
सदन में कई बार उठाया गया है मामला