खूंटीः जिला में बाईपास रोड को लेकर राजनीति शुरू हो गयी है. 30 जुलाई को खूंटी सांसद कालीचरण मुंडा ने इसके निर्माण की मांग उठाई. इसके जवाब में पूर्व केंद्रीय मंत्री सह भाजपा नेता अर्जुन मुंडा ने अपने तेवर तल्ख करते हुए कहा कि जब इसपर काम चल ही रहा है तो इसको लेकर राजनीति क्यों की जा रही है.
समाजसेवी दिलीप मिश्रा का बयान (ETV Bharat) बता दें कि 10 मार्च 2024 को लेकर बाईपास सड़क निर्माण का शिलान्यास केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ऑनलाइन किया. इस कार्यक्रम में तत्कालीन केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पूर्व सांसद कड़िया मुंडा, रांची सांसद, खूंटी व तोरपा विधायक शामिल हुए थे. चुनावी घोषणा से महज कुछ दिन पहले शिलान्यास होने पर कांग्रेस ने भाजपा पर तंज कसा था. इसके बाद 30 जुलाई को खूंटी सांसद कालीचरण मुंडा ने लोकसभा इसको लेकर आवाज उठा दी.
सांसद कालीचरण मुंडा ने 30 जुलाई को सदन में खूंटी बाईपास रोड का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि खूंटी भगवान बिरसा मुंडा की धरती है. वर्षों से बाईपास सड़क का निर्माण यहां जनता की प्रमुख मांग रही है. उन्होंने इस दिशा में त्वरित कार्रवाई करने आग्रह सदन में किया. सदन को उन्होंने बताया कि खूंटी में चारों दिशाओं के औद्योगिक क्षेत्र से भारी वाहनों का प्रवेश यहां की मुख्य सड़क पर होता है. मुख्य सड़क पर वाहनों की भारी बोझ के कारण स्थिति भयावह हो जाती है और आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है. इस कारण खूंटी बाईपास का निर्माण यथाशीघ्र कराया जाए.
इसके जवाब में अर्जुन मुंडा के प्रेस रिलीज जारी कर सांसद कालीचरण मुंडा के बाईपास सड़क मांग पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि खूंटी बाईपास रोड को लेकर कांग्रेस राजनीति कर रही है, जन समस्याओं को लेकर राजनीति करने या जनता को बरगलाने की बजाय जनप्रतिनिधियों को यह चिंता करनी चाहिए कि जनहित के काम को कैसे आगे बढ़ाया जाए. यह हास्यास्पद बात है कि खूंटी बाईपास रोड का शिलान्यास इसी वर्ष 10 मार्च को खूंटी में हुआ.
केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने 2500 करोड़ की लागत से दो सड़कों का शिलान्यास किया था, जिसमें स्थानीय जन प्रतिनिधिगण भी शामिल थे. खूंटी के कचहरी मैदान में आयोजित शिलान्यास समारोह मीडिया और खूंटी के हर व्यक्ति के जुबान में इस बहु प्रतीक्षित रोड का स्मरण में रहा लेकिन कांग्रेस वालों को शायद यह पता नहीं था. इसलिए, अब संसद सत्र में यह मामला उठा रहे हैं और खूंटी में बाईपास रोड बनाने की मांग कर रहे हैं.
अर्जुन मुंडा ने प्रेस नोट में बताया कि रांची से खूंटी तक 4 लेन एनएच का निर्माण, जिसमें खूंटी बाईपास भी शामिल है, 15.03.2024 को 1907.31 करोड़ रुपये की लागत से स्वीकृत किया गया था. यह सड़क तुपुदाना से कुंदी बर टोली तक 31.31 किलोमीटर लंबी फोर लेन है. इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया 13.03.2024 को आमंत्रित की गई थी. परियोजना के Request for Proposal को अंतिम रूप दिया जा रहा है और इसे शीघ्र ही अपलोड किया जाएगा. इस परियोजना में 156.6 हेक्टेयर निजी भूमि और 15 हेक्टेयर वन भूमि का अधिग्रहण शामिल है, ड्राफ्ट 3ए तैयारी के अंतिम चरण में है. भूमि अधिग्रहण और वन अधिग्रहण की प्रगति को ध्यान में रखते हुए बोली की नियत तिथि तय की जाएगी ताकि 90% लंबाई में साइट को निर्धारित तिथि पर संवेदक को सौंप दिया जा सके. पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि झारखंड में कांग्रेस और झामुमो गठबंधन की सरकार है. राज्य सरकार भूमि अधिग्रहण करने में शिथिलता बरत रही है. इसलिए कांग्रेस जनप्रतिनिधि को चाहिए कि इस महत्वाकांक्षी सड़क योजना के लिए राज्य सरकार से भूमि अधिग्रहण का काम शुरू करवाएं. केंद्र सरकार इस योजना के लिए पूरी राशि दे रही है.
लोकसभा के बजट सत्र के दौरान मंगलवार को खूंटी के सांसद कालीचरण मुंडा द्वारा खूंटी में बाईपास सड़क निर्माण की मांग का मुद्दा उठाने पर सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप मिश्रा ने स्वागत किया है. उन्होंने बताया कि इसके लिए उन्होंने सांसद को बधाई दी है. दिलीप मिश्रा ने कहा कि खूंटी की जनता केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी व पूर्व सांसद अर्जुन मुंडा से जानना चाहती है कि सचमुच में बाईपास निर्माण की ईमानदारी पूर्वकप्रयास किया गया या बाईपास सड़क शिलान्यास सिर्फ चुनावी स्टंट था. उन्होंने कहा कि टेंडर प्रक्रिया, जमीन अधिग्रहण करने के बाद ही शिलान्यास कार्यक्रम होता है. लेकिन चुनाव में फायदा लेने के लिए प्रक्रिया पूरी होने से पूर्व आनन-फानन में शिलान्यास किया गया था.
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