गया:बिहार में शराब तस्करों के हौसले बुलंदहैं. शराब तस्कर एक तरफ तस्करी करने के लिए अलग अलग अलहदे तरीके अपना रहे हैं तो दूसरी ओर छापा मारने जा रही पुलिस टीमों पर हमला करने से भी नहीं चूक रहे हैं. इसी तरह का एक मामला सामने आया है. बिहार के गया में पुलिस शराब पकड़ने के लिए एक गांव में छापेमारी की करने गई थी. इस बीच पुलिस टीम पर ही हमला बोल दिया गया. हालांकि इस हमले में कोई पुलिसकर्मी को चोट नहीं लगी, लेकिन ग्रामीणों और महिलाओं के द्वारा रोड़ेबाजी को देखते हुए वहां से भागना पड़ा.
गया में पुलिस टीम पर हमला: घटना गया जिले के डोभी थाना अंतर्गत शिवरतीपुर गांव की है. जहां महादलित टोला में डोभी थाना की पुलिस पहुंची थी. डोभी पुलिस शराब की छापेमारी को यहां आई थी. ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ने कार्रवाई शुरू की. इस क्रम में एक शख्स से पूछताछ की और मारपीट कर उसका सिर फोड़ दिया. इसके बाद लोग उग्र हो गए और पुलिस की टीम पर हमला कर दिया. इस क्रम में पुलिस की टीम को खदेड़-खदेड़कर रोडेबाड़ी की गई.
ग्रामीण को पिटाई से उग्र हुए ग्रामीण:दरअसल, शराब निर्माण की सूचना पर पुलिस की टीम गांव में छापेमारी करने को पहुंची थी. इस क्रम में पुलिस कार्रवाई कर रही थी. इस बीच एक घर में पहुंची और पूछताछ के क्रम में एक व्यक्ति को मारपीट कर दिया. मारपीट के क्रम में एक व्यक्ति का सिर फट गया. हालांकि पुलिस इस इनकार कर रही है. सिर फटने के बाद ग्रामीणों में गुस्सा व्याप्त हो गया. लोगों का कहना था कि यह व्यक्ति शराब बनाता भी नहीं है, लेकिन पुलिस की टीम ने मारपीट कर उसका सिर फोड़ दिया है. इसके बाद लोग उग्र हो गए. नतीजतन उत्पाद विभाग की टीम को मौके से भागना पड़ा.
"शिवरतीपुर गांव में पुलिस की टीम छापेमारी करने को गई थी. शराब को लेकर सूचना मिली थी. पुलिस की कार्रवाई चल रही थी. इसी क्रम में आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला किया है. हमला करने का वीडियो सामने आया है. वीडियो के आधार पर पुलिस घटना में शामिल लोगों को चिह्नित कर रही है. सभी की शीघ्र ही गिरफ्तारी कर ली जाएगी. पुलिस की कार्रवाई चल रही है."-डोभी थानाध्यक्ष
पुलिस टीम पर रोड़ेबाजी: पुलिस पर हमला का एक वीडियो वायरल हुआ है. वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मियों की टीम पर ग्रामीण ईंट-पत्थर बरसा रहे हैं. पुरुषों के अलावा महिलाएं भी आक्रोशित हैं और वह भी पुलिस की टीम पर रोड़ेबाजी कर रही हैं. वहीं, पुलिस की टीम को पीटा भी गया. पुलिस की टीम स्थिति की नजाकत को देखते हुए मौके से किसी तरह से अपने वाहन में बैठकर भागने को मजबूर हुई. वहीं यदि पुलिस की टीम ग्रामीणों की चपेट में आ जाती तो बड़ी घटना घट सकती थी.