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काली बस्ती शिव बारात हादसे में आयोजकों के खिलाफ जान से खिलवाड़ करने का मुकदमा दर्ज

कुन्हाड़ी थाना इलाके की सकतपुरा काली बस्ती में शिव बारात के दौरान करंट से हादसा हुआ था. इसमें एक महिला और 17 बच्चे घायल हो गए थे, जिनमें से पांच बच्चों की गंभीर स्थिति है. जयपुर के एसएमएस अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है. इस मामले में पुलिस ने शिव बारात के तीन आयोजकों के खिलाफ लोगों की जान जोखिम में डालना और खिलवाड़ करने का मुकदमा दर्ज किया है.

police registered a case against organizers of Kali Basti Shiv Baraat incident in kota
काली बस्ती शिव बारात हादसे में आयोजकों के खिलाफ जान से खिलवाड़ करने का मुकदमा दर्ज

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Mar 9, 2024, 9:31 PM IST

कोटा. कुन्हाड़ी थाना इलाके की सकतपुरा काली बस्ती में शिव बारात के दौरान करंट लगने के हादसे के मामले में श​निवार को तीन आयोजकों के खिलाफ लापरवाही बरतते हुए लोगों की जान जोखिम में डालने का मुकदमा दर्ज किया है. इधर, जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती एक वृद्ध सहित पांच जनों की हालत नाजुक बनी हुई है.

कुन्हाड़ी थानाधिकारी अरविंद भारद्वाज ने बताया कि सुगन पुत्र मांगीलाल की हालत ज्यादा गंभीर है. वह 70 फ़ीसदी से ज्यादा झुलस गया था. उसका वर्तमान में जयपुर में उपचार चल रहा है. इसके अलावा अनिरुद्ध, यश, कुशल और सूरज भी जयपुर रैफर किए गए थे.अभी सभी की स्थिति नाजुक बनी हुई है. इधर, एक महिला और 12 बच्चे कोटा में ही भर्ती थे. इनमें से एक बच्चा मोनू बैरवा को शनिवार को डिस्चार्ज कर दिया गया, जबकि 11 बच्चे और एक महिला का इलाज एमबीएस अस्पताल कोटा में ही चल रहा है. थानाधिकारी भारद्वाज ने बताया कि आयोजनकर्ता बाबूलाल, बद्रीलाल व गोपाल के खिलाफ मामला धारा 308, 338 व 34 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है.

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अवैध रूप से बसी हुई है बस्ती: काली बस्ती में सैकड़ों की संख्या में मकान बन गए हैं और इन लोगों के पास बिजली और पानी के कनेक्शन भी हैं. यहां तक कि नगरीय निकायों ने यहां सड़कें भी बना दी. बस्ती में कई पक्के मकान है. कोटा के जिला कलक्टर डॉ रविंद्र गोस्वामी और विद्युत प्रसारण निगम के अधिकारियों का कहना है कि इस एरिया से पहले हाई टेंशन लाइन गुजर रही थी. इसके नीचे बस्ती बाद में बसी है. यह बस्ती भी अवैध है. निर्माण के दौरान इन बस्ती के निवासियों को कई बार नोटिस भी दिए जा चुके हैं. इस मामले में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर के निर्देश पर जांच भी शुरू हुई है. इस मामले में विद्युत विभाग के आला अधिकारियों ने मौके पर जाकर जानकारी ली है.

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