पुलिस ने 3 लोगों को हिरासत में लिया (VIDEO-ETV BHARAT) देहरादूनःराजधानी दून के डोभाल चौक में हुई फायरिंग की घटना में थाना रायपुर पुलिस ने तीन व्यक्तियों को हिरासत में लिया है. वाहन को वापस मांगने को लेकर हुए छोटे से विवाद पर फायरिंग की गई थी. फायरिंग की घटना में एक व्यक्ति की मौत और 2 अन्य घायल हुए हैं. पुलिस के मुताबिक, देहरादून शहर और बॉर्डर पर चेकिंग के बाद गोलीकांड के आरोपी जंगल में फरार हो गए थे.
जानकारी के मुताबिक, 16 जून की रात थाना रायपुर पुलिस को सूचना मिली कि डोभाल चौक पर फायरिंग की घटना हुई है. इसमें 3 लोग घायल हुए हैं. घटना को अंजाम देने वाले घटना के बाद वाहन में बैठकर फरार हो गए हैं. घटना की सूचना पर एसएसपी अजय सिंह ने पूरे जिले में चेकिंग के आदेश दिए. क्षेत्राधिकारी डोईवाला के नेतृत्व में तीन पुलिस टीमें गठित कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अभियान शुरू किया गया.
पुलिस की सघन चेकिंग को देखते हुए वाहन से फरार हुए दो आरोपी वाहन को आशारोड़ी बैरियर से आगे छोड़कर जंगल में भाग गए, जिनकी तलाश के लिए पुलिस सघन चेकिंग और कांबिंग कर रही है.
उधर, गोलीकांड में घायल सुभाष क्षेत्री को परिजन ने उपचार के लिए कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया जबकि पुलिस ने अन्य घायल मनोज नेगी को दून अस्पताल में भर्ती कराया है. घायलों ने पूछताछ में बताया कि दो भाई- देवेंद्र कुमार (उर्फ सोनू भारद्वाज) और मोनू भारद्वाज (निवासी गढ़वाली कॉलोनी रायपुर देहरादून) ब्याज का काम करते हैं. उनके घर में कुछ दिनों से रामवीर (निवासी मुजफ्फरनगर), योगेश (निवासी मेरठ) और मनीष (निवासी पटना बिहार) रह रहे थे. रामवीर के खिलाफ हत्या के कई मुकदमें पंजीकृत हैं. वो वर्तमान में जेल से पैरोल में आया हुआ है. इनका एक अन्य मित्र अंकुश (निवासी शिवलोक कॉलोनी, देहरादून) भी उनके साथ था. चारों कई दफा सोनू भारद्वाज के घर आया-जाया करते थे.
15 जून को सागर यादव (उर्फ शम्भू यादव निवासी नेहरू ग्राम) एक वाहन टाटा स्टॉर्म को सोनू भारद्वाज के पास सवा चार लाख रुपये में गिरवी रख कर गया था. वाहन का मालिक दीपक बडोला था, जिसकी बिना रजामंदी से सोनू भारद्वाज ने वाहन को गिरवी रखा था. दीपक बडोला को जानकारी होने पर उसने सागर यादव से अपना वाहन मांगा तो सागर ने दीपक से गाली गलौज करते हुए वाहन वापस न करने की धमकी दी. फिर दीपक बडोला ने सोनू भारद्वाज से अपना वाहन वापस मांगने के लिए संपर्क किया. लेकिन सोनू भारद्वाज ने भी वाहन देने से मना कर दिया.
इसके बाद दीपक बडोला ने ये बात अपने जानने वाले सुभाष क्षेत्री, मनोज नेगी और अन्य लोगों को बताई. उसके बाद 16 जून को दीपक बडोला, संजय क्षेत्री और मनोज नेगी के साथ अपना वाहन वापस मांगने सोनू भारद्वाज के घर गया. घर के पास सोनू भारद्वाज, मोनू भारद्वाज, रामवीर, मनीष, अंकुश और योगेश ने दीपक, संजय और मनोज पर फायरिंग कर दी. फायरिंग में सुभाष क्षेत्री, मनोज नेगी और दीपक बडोला गंभीर रूप से घायल हो गए.
सुभाष क्षेत्री को उसके परिजन पहले कैलाश अस्पताल और उसके बाद इंद्रेश अस्पताल ले गए और मनोज नेगी को पुलिस द्वारा इलाज के लिए दून अस्पताल भिजवाया गया, जहां से उसके परिजन उसे इंद्रेश अस्पताल ले गए. तीसरे घायल दीपक बडोला को पुलिस और परिजनों ने घटना के बाद से सुबह तक तलाश किया. सुबह दीपक बडोला का शव डोभाल चौक के पास नाले में मिला, जिसे कब्जे में लेकर आगे की पोस्टमॉर्मट कार्रवाई की जा रही है. मौके पर फील्ड यूनिट द्वारा घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण करते हुए वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की गई.
इस संबंध में पीड़ित सुभाष क्षेत्री के पिता सचिन क्षेत्री निवासी अपर नेहरू ग्राम रायपुर की लिखित तहरीर के आधार पर धारा 307 आईपीसी में मुकदमा दर्ज किया गया है. दीपक बडोला का शव मिलने पर धारा 302 और 120 की बढ़ोतरी की गई है. एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि घटना में शामिल दोनों भाई देवेंद्र उर्फ सोनू भारद्वाज, मोनू भारद्वार और सागर यादव को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. अन्य 4 आरोपी (रामवीर, मनीष, अंकुश, योगेश) की गिरफ्तारी के लिए 2 पुलिस टीमों को संभावित स्थानों के लिए रवाना किया गया है.
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