कानपुर:निर्धन वर्ग से आने वालीं कानपुर निवासी अवंतिका ने द स्पोर्ट्स हब पहुंचकर टेबल टेनिस में फ्री प्रशिक्षण हासिल किया और फिर राष्ट्रीय स्तर पर अपने हुनर से पदक जीता. इसी तरह जूडो खिलाड़ी प्रिंस कुमार ने राष्ट्रीय स्तर पर अंडर-18 टूर्नामेंट में सिल्वर मेडल हासिल किया. अवंतिका और प्रिंस जैसे 27 खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर अपने शानदार प्रदर्शन से पदकों की झड़ी लगा दी. यह सभी खिलाड़ी ऐसे थे, जिन्हें कभी आर्थिक विषमताओं के चलते अपने हुनर को दबाना पड़ा. लेकिन जब यह सभी द स्पोर्ट्स हब पहुंचे तो यहां उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षकों से फ्री ट्रेनिंग मिली, तमाम सुविधाएं मिलीं और अब ये खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय फलक पर अपनी चमक बिखेरने के लिए तैयार हैं. खिलाड़ी खुद कहते हैं कि द स्पोर्ट्स हब मॉडल एक ऐसा मॉडल है, जहां इतिहास रचे जाते हैं.
11 इंडोर खेलों में 730 खिलाड़ियों को दिया गया नि:शुल्क प्रशिक्षण: द स्पोर्ट्स हब के निदेशक ऑपरेशंस पीके श्रीवास्तव ने बताया कि 11 इंडोर खेलों में हमने अभी तक तीन बैचों के दौरान 730 खिलाड़ियों को मुफ्त प्रशिक्षण व अन्य सुविधाएं मुहैया कराई हैं. कानपुर स्मार्ट सिटी लि.द्वारा संचालिट टीएसएच में स्कॉलरशिप एंड सब्सिडी फॉर आउटस्टैंडिंग स्पोर्ट्स पर्सन नियम के तहत निर्धन वर्ग के खिलाड़ियों को चुना जाता है. जिसका सिलसिला 12 फरवरी से शुरू होगा. इसके तीन जो मानक हैं, उनमें सीए द्वारा देखा जाता है कि खिलाड़ी के परिजन की आय क्या है? 50 हजार रुपये से लेकर दो लाख रुपये सालाना तक को प्रथम वरीयता देते हैं, फिर दो लाख से पांच लाख रुपये सालाना आय वालों को वरीयता दी जाती है.आयु वर्ग में मानक न्यूनतम 10 साल व अधिकतम 18 साल है. अब नया बैच एक मार्च से शुरू हो जाएगा. वार्ता के दौरान अपर नगर आयुक्त जगदीश यादव भी मौजूद रहे.