रायपुर:जो लोग अपने घरों में पालतू पेट्स रखते हैं उनको सर्दियों में अपना और अपने पेट्स का खास ख्याल रखना चाहिए. कई लोग अपने पालूत पेट्स को अपने साथ बिस्तर पर भी सुलाते हैं. इंसान और जानवरों का इलाज करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि ये घातक साबित हो सकता है. डॉग्स के जरिए उनकी बीमारी हमें हो सकती है और हमारी बीमारी उनको लग सकती है. लिहाजा सर्दियों के मौसम में हमें अपना और पेट्स दोनों का ध्यान बराबर रखना चाहिए. पेट्स का वैक्सीनेशन टाइम टू टाइम कराते रहना चाहिए.
पालतू डॉग से हो सकती है घातक बीमारी: बड़े शहरों में तेजी से डॉग्स पालने का चलन बढ़ता जा रहा है. कई लोग तो बिल्ली, तोता और खरगोश तक बड़े शौक से पालते हैं. पालतू पशुओं का घर के सदस्य की तरह रखते हैं. उनके साथ उठना बैठना और आस पास बैठकर खाना भी खाते हैं. बच्चों को तो पेट्स से खास प्यार होता है. बच्चे अक्सर पालतू डॉग को अपने बिस्तर में सुला लेते हैं. बच्चों से भी डॉग्स का खास मेल मिलाप होता है. पेट्स भी बच्चों के करीब ज्यादा रखना पसंद करते हैं.
सर्दियों के मौसम में रखे खास ख्याल: सर्दियों के मौसम में अगर पालतू डॉग के साथ ज्यादा वक्त बिताते हैं और वो आपके बिस्तर ही आराम फरमाता है तो सावधान रहने की जरुरत है. पालतू पशुओं में जो आम बीमारियां पाई जाती हैं उसका संक्रमण आपको भी हो सकता है. इसके साथ ही आपके भीतर भी कोई संक्रमण के लक्षण हैं तो वो आपके पालतू पशुओं को लग सकता है. इस तरह की स्थिति में दोनों के लिए बेहतर है कि वो कुछ सावधानियों का ध्यान रखा जाए. डॉक्टर भी मानते हैं कि पशुओं को अपने साथ बिस्तर पर नहीं सुलाना चाहिए.
क्या कहते हैं पशु चिकित्सक: पशु चिकित्सक डॉ संजय जैन का कहना है कि डॉग को प्यार करना चाहिए इसमें कोई रोक टोक नहीं है. पर हमें पालतू पशुओं को अपने साथ बिस्तर पर नहीं सुलाना चाहिए. हाईजीन और वैक्सीनेशन दोनों का हमें खास ख्याल रखना चाहिए. अगर आपने अपने पेट्स को सारे वैक्सीन दिलाए हैं और उसे हाईजीन भी रखते हैं इसके बावजूद कई बीमारी उनसे हमें हो सकती है. सांस के रोग उनमें से एक है. इसके अलावा कई ऐसी बीमारियां हैं जो उनसे हमें हो सकती हैं. ऐसे में उनका बिस्तर हमें अलग रखना चाहिए.