पटनाःसुपरफूड के रूप में शुमारमखाना गुणों की खान है. इसके अनोखे गुणों के कारण इसे जीआई टैग भी मिला हुआ है. बिहार के अधिक से अधिक किसानों को मखाना की खेती से जोड़ने और इसके उचित विपणन को लेकर बिहार की राजधानी पटना में दो दिवसीय मखाना महोत्सव का आयोजन किया गया है. बापू सभागार में आयोजित इस महोत्सव का शुभारंभ कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने किया.
मखाना उत्पादकों ने लगाए कई स्टॉलःमखाना महोत्सव में बिहार के कई मखाना उत्पादकों ने अपने-अपने स्टॉल लगाए हैं. इन स्टॉल पर मखाना से बने कई उत्पाद उपलब्ध हैं. कृषि मंत्री मंगल पांडे ने कई स्टॉल का भी निरीक्षण किया और मखाना उत्पादक किसानों से भी बातचीत की.इसके अलावा इस मौके पर मखाना व्यंजन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया है. महोत्सव में इस्टर्न सेंट्रल रेलवे, इंडिया पोस्ट और बिहार स्थित एयरपोर्ट के प्रतिनिधि भी भाग ले रहे हैं.
'50 हजार किसानों को जोड़ने का लक्ष्य':इस मौके पर कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि फिलहाल बिहार में पैंतीस हजार हेक्टेयर के मखाना की खेती हो रही है और इसकी खेती से 25 हजार किसान जुड़े हैं. हमारा लक्ष्य है कि बिहार में पचास से साठ हजार हेक्टेयर में मखाना की खेती हो और पचास हजार से ज्यादा किसान इसकी खेती से जुड़ें.
"हमारा लक्ष्य है कि मखाना उत्पादन और इससे बने उत्पादों के जरिये बिहार के ज्यादा से ज्यादा युवाओं को जोड़ा जा सके. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुआई में मखाना आधारित उद्योग लगाने के लिए भी युवाओ को आर्थिक सहायता दी जा रही है. मखाना के जरिये रोजगार सृजन के लक्ष्य को लेकर हम लोग पूरी गंभीरता के साथ काम कर रहे हैं"-मंगल पांडेय, कृषि मंत्री