पटना: राजधानी पटना के फुलवारी शरीफ के रहने वाले शशांक देव 11वीं कक्षा के छात्र हैं. नोएडा में ऑल इंडिया काउंसिल फॉर रोबोटिक्स एंड ऑटोमेशन और भारत सरकार के मिनिस्ट्री ऑफ़ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी की ओर से टेक्नीशियन वर्ल्ड रोबोटिक्स चैंपियनशिप में ड्रोन रेस्क्यू में उनकी टीम विनर बनी थी. टीम को 60 हजार रुपये पुरस्कार राशि मिली थी. नौ लोगों की टीम में वह वाइस कैप्टन थे. बिहार के ऋषभ आर्य कप्तान थे.
क्या होता है ड्रोन रेस्क्यू: शशांक देव ने बताया कि उन लोगों को एक टास्क दिया गया था कि निर्धारित समय सीमा में ड्रोन से इतने सारे कार्य करने हैं. इसमें एक निर्धारित वजन को उठाकर एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचाना था. निर्धारित समय सीमा तक उन लोगों ने अपने सभी टास्क परफॉर्म किया और बाकी कोई टीम नहीं कर पाई. उन लोगों ने अपने ड्रोन में प्रोग्रामिंग अच्छे तरह से की थी और इक्विपमेंट्स अच्छे लगाए थे जिसके कारण ड्रोन ने अच्छा परफॉर्म किया.
रोबोटिक में बनाना चाहते हैं कैरियरः शशांक अभी 11वीं कक्षा में पढ़ाई कर रहे हैं. पिता जॉब करते हैं. मां गृहिणी है. वह आगे चलकर रोबोटिक इंजीनियरिंग में ही कैरियर बनाना चाहते हैं. 12वीं के बाद रोबोट टेक्नोलॉजी में वह बीटेक करेंगे. अभी के समय वह अपने घर में ड्रोन और रोबोट बनाने के लिए अपना एक लैब बनाकर रखे हुए हैं. रात 12:00 बजे तक सिलेबस की पढ़ाई पूरी करते हैं और फिर रात 3:00 बजे तक वह अपने रोबोट के लिए काम करते हैं. सुबह 9:00 उठते हैं तो उसके बाद एक घंटा फिर से रोबोट को देते हैं.
महिलाओं और किसानों के लिए बना रहे ड्रोन: शशांक देव ने बताया कि महिला सेफ्टी पर एक प्रोजेक्ट पर वह काम कर रहा है. उसका प्रोजेक्ट इंटरनेशनल जर्नल में भी प्रकाशित हुआ था. इस पर उसने पेटेंट फाइल किया है. बिहार सरकार और भारत सरकार दोनों से उसे इस पर पुरस्कार मिला है. इसके अलावा किसानों के लिए एग्रीकल्चर बॉट पर वह काम कर रहा है. प्रोग्रामिंग की प्रक्रिया पूरी हो गई है और डिजाइनिंग पर काम चल रहा है. एक ह्यूमैनाइड बॉट पर भी काम कर रहा है.