पटनाः बिहार की राजधानी पटना से सटे दानापुरमें लाइफ जैकेट नहीं मिलने के कारण दियारा इलाके के स्कूलों में पढ़ाने वाले करीब 300 शिक्षक स्कूल नहीं जा पाए. गंगा नदी अभी भी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. ऐसे में शिक्षक नाव के सहारे दियारा इलाके में जाते हैं. मंगलवार को नासरीगंज घाट पहुंचने के बाद शिक्षक लाइ जैकेट का इंतजार करते रहे लेकिन 300 शिक्षकों के लिए सिर्फ 25 जैकेट ही उपलब्ध थे. वहीं दानापुर के बीडीओ ने बताया कि शनिवार तक दियारा इलाके के स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया गया है.
घाट पर नाव उपलब्ध, जैकेट नदारदःमंगलवार को स्कूल जाने के लिए शिक्षक सुबह 8 बजे से ही नासरीगंज घाट पहुंच गये थे लेकिन लाइफ जैकेट नदारद थे. ऐसे में शिक्षक बिना लाइफ जैकेट के नाव पर चढ़कर गंगा पार करने का जोखिम नहीं लेना चाह रहे थे. जिसके कारण दियारा के स्कूलों में पढ़ानेवाले 300 शिक्षक स्कूल नहीं जा पाए.
अविनाश के डूबने की घटना से शिक्षकों में आक्रोशःदरअसल स्कूल जाने के दौरान नाव से गिरकर शिक्षक अविनाश के डूबने की घटना के बाद शिक्षकों में जबरदस्त आक्रोश है. शिक्षकों का कहना है कि अविनाश कुमार बेहद ही काबिल शिक्षक थे और सिर्फ और सिर्फ लापरवाही के कारण ऐसा हादसा हुआ. इस घटना के लिए पूरी तरह से प्रशासन जिम्मेदार है.
"प्रशासन ने अपने सर्वे रिपोर्ट में कहा था कि यहां बिल्कुल बाढ़ की स्थिति नहीं है और यहां सभी चीजें सामान्य हैं. ऐसे में स्कूल चालू किए जा सकते हैं, साथ ही जलजमाव खत्म करने का भी दावा किया गया था, लेकिन ऐसी कुछ भी व्यवस्था नहीं थी. इतने उफान में भी हमलोग स्कूल जा रहे थे.ये घटना पूरी तरह प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है."-सविता कुमारी, शिक्षक, पानापुर मध्य विद्यालय
शनिवार तक बंद किए गये स्कूलः इस बीच दानापुर के बीडीओ ने बताया कि गंगा नदी अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिसको देखते हुए प्रशासन की ओर से दियारा इलाके के स्कूलों को शनिवार यानी 31 अगस्त तक बंद रखने के आदेश दिए गये हैं.गंगा नदी में उफान को देखते हुए ये फैसला लिया गया है.