पटना: बिहार के गोपालगंज निवासी बाबा सिद्दीकी की मुंबई में अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी. इस घटना की जिम्मेवारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली. इस घटना के बाद पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने ट्वीट कर लॉरेंस बिश्नोई के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. पप्पू यादव ने सलमान खान के पक्ष में भी आवाज बुलंद की. जिसके बाद लॉरेंस गिरोह की ओर से कथित रूप से पप्पू यादव को धमकी दी गई. धमकी के बाद पप्पू यादव ने सरकार से सुरक्षा की गुहार लगाई, जिसके बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गयी.
पप्पू के पक्ष में उतरे शिवानंद तिवारीः धमकी मिलने के बाद महागठबंधन के घटक दलों के नेताओं ने पप्पू यादव का साथ छोड़ दिया. राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने पप्पू यादव के पक्ष में आवाज बुलंद किया. शिवानंद तिवारी ने अपने फेसबुक पोस्ट के जरिए कहा था कि पप्पू यादव का मैं प्रशंसक हूँ. कोरोना काल का वह दृश्य मुझे भूलता नहीं है. जब बेटा भी बाप की लाश छूने में झिझक रहा था. तब पटना के मुर्दाघाटों पर घूम घूम कर जलती लाशों दिखाकर मौत के सरकारी आंकड़ों को गलत साबित किया था.
छह बार के सांसद की जान पर खतराः शिवानंद तिवारी ने आगे लिखा कि पटना का कंकड़बाग और राजेंद्र नगर जब पानी में डूब रहा था. लोग पीने के पानी के लिए भी परेशान थे, उसमें छाती भर पानी में पानी की बोतल बांट रहे थे. एक मर्तबा विधायक और छह बार के लोकसभा सांसद हैं पप्पू. ऐसे पप्पू यादव अपने लिए मज़बूत सुरक्षा व्यवस्था के लिए गुहार लगा रहे हैं. लेकिन अपने अदना से अदना नेता को भी जेड श्रेणी की सुरक्षा देने वाले लोग देश के छह बार के सांसद को वह सुरक्षा नहीं दे रहे.
"लोकसभा अध्यक्ष को अपने सदस्य को सुरक्षा दिलवाने के लिए पहल करनी चाहिए. सरकार सुरक्षा देने में भी किस प्रकार भेदभाव करती है, पप्पू यादव का मामला उसका एक ज्वलंत उदाहरण है. मैं सरकार से अनुरोध करूंगा कि वह यथाशीघ्र पप्पू यादव को सुरक्षा मुहैया करायें."- शिवानंद तिवारी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, राजद