पन्ना। भारत की पहली नदी जोड़ो केन-बेतवा लिंक परियोजना का जल्द शिलान्यास होने वाला है. इस परियोजना का बांध ग्राम ढोढन में बनने वाला है. जिसमें लगभग 2853 एमसीएम पानी इकठ्ठा होगा. ढोढन बांध की ऊंचाई 293 मीटर व लंबाई 2002 मीटर होगी. इस बांध को करीब 3400 करोड़ में बनाकर तैयार किया जाएगा. इस बांध के बनने से पन्ना टाइगर रिजर्व के कोर एरिया का 25% हिस्सा प्रभावित होगा.
जल्द होने वाला है बांध का टेंडर
केन बेतवा लिंक परियोजना प्राधिकरण के सहायक अभियंता ललित कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि केन नदी पर बनने वाला विशाल बांध का टेंडर बहुत जल्द होने वाला है और जिसकी लागत लगभग 3400 करोड़ रुपए बताई जा रही है. ढोढन बांध के जलभराव के कारण भरकुआं, ढोढन, खरियानी, कुपी, मैनारी, पलकोंहा, शाहपुरा, सुकवाहा, पाठापुर, नैगुवां, डुंगरिया, कदवारा, घुघरी बसुधा ग्राम विस्थापित होंगे.
ढोढन बांध से क्या होंगे लाभ ?
बता दें कि भारत सरकार जल शक्ति मंत्रालय के द्वारा बनाए जा रहे ढोढन बांध को छतरपुर व पन्ना जिले की सीमा पर बनाया जा रहा है. इस बांध की ऊंचाई लगभग 293 मीटर होगी और लंबाई लगभग 2002 मीटर होगी. यह बांध मिट्टी कंक्रीट व रॉकफिल से बनाया जाएगा. ढोढन बांध में खुली कैनाल की लंबाई 218 किलोमीटर होगी. इस बांध के बन जाने के बाद उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश की लगभग 10 लाख 62000 हेक्टेयर जमीन सिंचित होगी. ढोढन बांध लगभग 62 लाख लोगों की पेयजल पूर्ति करेगा. इस बांध के निर्माण हो जाने पर छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना, दमोह, विदिशा, सागर, शिवपुरी, दतिया और रायसेन जिले लाभान्वित होंगे. वहीं उत्तर प्रदेश का जिला महोबा, बांदा, झांसी और ललितपुर तक ढोढन बांध का जल जाएगा. इस बांध से 78 मेगावाट बिजली उत्पन्न होगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द करेंगे शिलान्यास