पन्ना में दो नाबालिग बहनों के साथ दुष्कर्म, एमएलसी कराने के लिए अस्पताल में भटकती रहीं पीड़िता - 2 minor sisters physically abused in Panna - 2 MINOR SISTERS PHYSICALLY ABUSED IN PANNA
पन्ना जिला अस्पताल एक बार फिर डॉक्टरों की कमी के कारण सुर्खियों में बना हुआ है. यहां मेडिकल कराने गई दो दुष्कर्म पीड़िता कई घंटों तक इधर उधर भटकती रहीं. फिर कलेक्टर व एसपी के हस्ताक्षेप के बाद दोनों नाबालिक बच्चियों का मेडिकल हुआ. अमानगंज थाना क्षेत्र से बच्चियों को दो युवक बहला-फुसलाकर ले गए थे.
पन्ना। अपनी लापरवाही और बदहाली के लिए हमेशा सुर्खियों में बने रहने वाले जिला चिकित्सालय पन्ना में एक और बड़ी लापरवाही सामने आई है. जहां डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे जिला चिकित्सालय में दो नाबालिग बच्चियां, उनके परिजन और अमानगंज थाने की पुलिस एमएलसी कराने के लिए कई घंटों तक इधर-उधर भटकते रहे. फिर कलेक्टर व एसपी के हस्तक्षेप के बाद दोनों नाबालिग बच्चियों की एमएलसी हो सकी.
पन्ना में दो नाबालिग बहनों के साथ दुष्कर्म (Etv Bharat)
परिजनों ने लगाया दुष्कर्म का आरोप
जानकारी के मुताबिक, अमानगंज थाना क्षेत्र से दो नाबालिग बच्चियों को दो युवक बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गए थे. इसके बाद परिजनों ने इसकी शिकायत अमानगंज थाने में की थी. पुलिस मामला दर्ज करते हुए बच्चियों की तलाश में जुट गई थी. फिर गुरुवार को अमानगंज थाना पुलिस ने दोनों बच्चियों को दस्तयाब कर लिया. इसके बाद बच्चियों के परिजनों ने आरोपियों पर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए अमानगंज थाने में मामला दर्ज कराया.
डीएम व एसपी के हस्तक्षेप के बाद हुई एमएलसी
इसके बाद अमानगंज थाना पुलिस दोनों बच्चियों को लेकर जिला चिकित्सालय में एमएलसी कराने पहुंची. लेकिन गुरुवार रात से लेकर अगले दिन शुक्रवार दोपहर तक डॉक्टर न होने की वजह से परिजन व अमानगंज पुलिस मेडिकल कराने के लिए भटकती रही. फिर इस मामले की जानकारी थाना प्रभारी ने एसपी को दी. एसपी के द्वारा पन्ना कलेक्टर को मामले से अवगत कराया गया. इसके बाद कलेक्टर व एसपी के हस्तक्षेप करने पर दोनों नाबालिग बच्चियों का मेडिकल हुआ.
इस मामले में पन्ना एसपी साईं कृष्ण एस थोटा ने कहा कि ''दो बच्चियों को गुरुवार को पुलिस ने दस्तयाब किया था. फिर शाम में एमएलसी कराने के लिए उन्हें जिला अस्पताल लाया गया, लेकिन किसी कारण से उनका मेडिकल नहीं हो पाया. शुक्रवार सुबह मेडिकल कराने की बात कही गई. जब सुबह अस्पताल गए तो डॉक्टर नहीं होने के कारण काफी समय लग गया. फिर इस मामले में कलेक्टर साहब से बात की गई तब एमएलसी हो पाई है.''