जोधपुर. 19 साल का विक्रम कुमार आचू जोधपुर ही नहीं पश्चिमी राजस्थान का पहला ब्रेन डेड डोनर बन गया, जिसने इस दुनिया से जाते-जाते तीन लोगों को नई जिंदगी दे दी. सोमवार रात को एम्स में ब्रेन डेड घोषित होने के बाद हार्ट और लंग्स भी डोनेट होने थे. इसके लिए जयपुर और मेदांता कि टीमें जोधपुर आ गई थीं. लेकिन दोनों ऑर्गन की स्थिति को देखते हुए इनका डोनेशन टाल दिया गया.
जोधपुर एम्स के अधीक्षक डॉ दीपक कुमार झा ने विक्रम के माता-पिता और परिजनों की तारीफ करते हुए कहा कि 19 साल का बेटा जाने के बाद यह फैसला लेना बहुत बड़ी बात होती है. लेकिन उन्होंने स्वयं हमें ऑर्गन डोनेशन के लिए एप्रोच किया. उन्होंने बताया कि पश्चिमी राजस्थान का यह पहला मामला है. एक किडनी और लीवर हमने यहां पर ट्रांसप्लांट कर दिया है. जबकि एक किडनी एसएमएस जयपुर भेजी गई है. ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया पूरी होने के बाद एम्स प्रबंधन ने विक्रम का शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया. इस दौरान जयपुर किडनी भेजने के लिए पुलिस ने इसके लिए ग्रीन कोरिडोर भी बनाया.
पढ़ें:ब्रेन डेड छात्र की किडनी और लिवर ट्रांसप्लांट के लिए ऑपरेशन शुरू, हार्ट और किडनी जाएंगे जयपुर
रिट्रीव और ट्रांसप्लांट साथ-साथ हुआ: डॉ झा ने बताया कि पहले हार्ट और लंग्स भी जाने थे. लेकिन स्थिति और जांच के बाद इसे टाला गया. हमारे यहां एक ही व्यक्ति के विक्रम की किडनी और लीवर ट्रांसप्लांट हुए हैं. बॉडी से ऑर्गन लेने के साथ ही ट्रांसप्लांट किया गया है. जिसे ये अंग लगाए गए हैं, उनकी स्थिति स्थिर है.