पटनाःपूर्व केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे के एक बयान पर बिहार की सियासत गर्मा गयी है. बिहार सरकार के ही मंत्री ने अश्विनी चौबे के बयान पर पलटवार किया तो विपक्ष कहां से चूकने वाली है. विपक्ष को राजनीति करने का और मौका मिल रहा है. अश्वनी चौबे का बयान और मंत्री मदन सहनी के पलटवार को कलह बता रहे हैं. विपक्ष का मानना है कि एनडीए में कुछ ठीक नहीं चल रहा है.
'नीतीश कुमार लेंगे बड़ा फैसला': अश्विनी चौबे के बयान के बाद आरजेडी को एक मौका मिल गया. आरजेडी को लग रहा है कि बीजेपी और जदयू के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद का दावा है कि शनिवार को दिल्ली में होने वाली बैठक में नीतीश कुमार बड़ा फैसला ले सकते हैं. इनका मानना है कि नीतीश कुमार कभी भी बीजेपी के नेतृत्व में चुनाव नहीं लड़ेंगे.
"बीजेपी और जदयू के बीच जूठम पैजार की स्थिति बनी हुई है. अश्विनी चौबे ने जिस तरीके से विधानसभा चुनाव बीजेपी के नेतृत्व में लड़ने की बात कही उसके बाद तुरंत सम्राट चौधरी को मुख्यमंत्री आवास बुलाया गया. अश्विनी चौबे के बयान पर भाजपा के नेता खामोश हैं. जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक नीतीश कुमार कुछ फैसला ले सकते हैं."-एजाज अहमद, आरजेडी प्रवक्ता
बीजेपी ने दी सफाईः अश्वनी चौबे के बयान पर बीजेपी के नेता अब सफाई दे रहे हैं. बीजेपी के प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने कहा कि अश्विनी चौबे ने किस संदर्भ में बयान दिया है वह उनका निजी मामला है. इस बारे में वही बता सकते हैं. क्योंकि वह हमारे वरिष्ठ नेता हैं. कुंतल कृष्ण ने गठबंधन के सवाल पर कहा कि इसको लेकर शीर्ष नेतृत्व ने पहले ही तय कर दिया है कि दिल्ली में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में और बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए चुनाव लड़ेगी.
"पार्टी नेतृत्व ने तय किया है कि एनडीए सम्मिलित नेतृत्व में चुनाव लड़ी थी और आगे भी लड़ेगी. यही कारण है कि राजद के लोग परेशान हो गए हैं. अगला विधानसभा का चुनाव एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेगी. राजद के नेता यह जानते हैं कि एनडीए यदि संयुक्त रूप से चुनाव लड़ती है तो उसके सामने आरजेडी कहीं नहीं टिकेगी. आरजेडी को चाहिए कि वह अपने पार्टी के अंदर सफाई अभियान चलाए."-कुंतल कृष्ण, प्रवक्ता राजद
बीजेपी ने राजद पर किया पलटवारः एनडीए में ऑल इस वेल नहीं है. आरजेडी प्रवक्ता के बयान पर जेडीयू के तरफ से पलटवार किया गया. जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने उल्टे राजद में कमी निकालते नजर आए. उन्होंने कहा कि महागठबंधन में सामंजस्य की कमी है. सभी घटक दल आपस में लड़ रहे हैं. यही कारण है कि 2024 लोकसभा चुनाव में महागठबंधन का प्रदर्शन कैसा रहा यह सब ने देखा है.