पटना:बिहार विधानसभामें आज तीसरे दिन भी शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक को लेकर जमकर हंगामा हुआ. विपक्षी सदस्यों ने शिक्षा मंत्री के जवाब पर असंतोष जताते हुए सदन का बहिष्कार कर दिया और विधानसभा सदस्यों के विशेष कमेटी से जांच करने की मांग की है.
केके पाठक के खिलाफ विपक्ष का हंगामा:विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आश्वासन दिया था कि स्कूल का समय 9:00 बजे से 5:00 के स्थान पर 10:00 बजे से 4:00 तक चलेगा. लगातार दो दिन सदन में मुख्यमंत्री ने इस बात का आश्वासन दिया. शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने भी कहा कि मुख्यमंत्री ने जो घोषणा की है विभाग उसे लागू करना सुनिश्चित करेगा.
'ये कैसे अधिकारी जो सीएम की बात भी..': वहीं केके पाठक की ओर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिस प्रकार से शिक्षकों को गाली दी गई, इसपर विपक्ष का गुस्सा फूट पड़ा. केके पाठक पुराने समय पर ही स्कूल खोलने की बात पर अड़े हैं. मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी नया लेटर जारी नहीं किया जा रहा है, उसको लेकर विपक्ष आक्रामक है.
"विपक्ष के विधायकों ने सदन में सवाल उठाया कि माननीय मुख्यमंत्री ने कल और परसों जो घोषणा की आखिर उसे क्रियान्वित क्यों नहीं किया गया है. कई जिलों में पहले वाले पत्र (स्कूल के समय से संबंधित) को ही जारी किया गया है. और तो और शिक्षा विभाग के ACS का एक वीडियो वायरल हो रहा है, शिक्षकों को गाली दे रहे हैं. हम मांग करते हैं कि एक सर्वदलीय कमेटी बनाकर इस पूरे मामले की जांच की जाए. गालीबाज पदाधिकारी को बर्खास्त करना चाहिए. ये शिक्षकों के सम्मान का मामला है."-भाई वीरेंद्र, राजद विधायक
विपक्ष ने की विशेष कमेटी बनाने की मांग: गुरुवार को विधानसभा में जमकर विपक्षी सदस्यों की ओर से नारेबाजी की गई. विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्य बेल में पहुंचकर नारेबाजी करने लगे. शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी के जवाब देने पर भी विपक्षी सदस्य संतुष्ट नहीं हुए. विपक्षी सदस्यों ने जांच के लिए विशेष कमेटी बनाने की मांग की है.
"वो (केके पाठक) अपने आप को मीडिया में बनाए रखने के लिए इस तरह के फैसले लेते हैं. जिस प्रकार से ठंड में बच्चों को स्कूल बुलाया गया, ये कैसे एसीएस हैं जिनका राजभवन से नहीं पट रहा है. शिक्षकों को गाली देते हैं, मुख्यमंत्री की बात तक नहीं मानते हैं. वहीं सदन में सीएम बोलते हैं बहुत ईमानदार है. ईमानदारी का परिचय यही है कि आप शिक्षकों को गाली दें."-आनंद शंकर, कांग्रेस विधायक
ईमानदार अधिकारी बताने पर सीएम पर हमला: जब सरकार की ओर से विपक्ष की मांग नहीं मानी गई तो विपक्षी सदस्यों ने सदन का बहिष्कार किया. सभी विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी करते हुए सदन से वॉक आउट कर दिया. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए आरजेडी, कांग्रेस और माले ने केके पाठक के साथ ही सीएम नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा है.
"जब तक केके पाठक पर कार्रवाई नहीं की जाएगी, हमारा प्रतिरोध चलता रहेगा. मुख्यमंत्री को शर्म नहीं आती है तो डूब मरे, हमलोग डूब मरने के लिए तैयारी नहीं है. शिक्षका का काम है अदब, तहजीब और तमीज सीखाना है. बेअदब बदजुबान सचिव के समर्थन में सीएम खड़े हैं. बिहार की जनता ऐसे एसीएस को बर्दाश्त नहीं करेगी."- महबूब आलम, माले विधायक